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अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं! इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कैसे गोभी और थायराइड का संबंध हो सकता है और क्या यह आपकी सेहत को प्रभावित कर सकता है।
थायराइड से जुड़ी समस्याएं आजकल एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन गई हैं। कई लोग थायराइड के विकारों से जूझ रहे हैं, और उनमें से कुछ गोभी जैसी सामान्य खाद्य पदार्थों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हैं।तो क्या वास्तव में गोभी थायराइड बढ़ने का कारण बनती है? आइए, इस विषय पर गहरी नजर डालते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गोभी और थायराइड: क्या है कनेक्शन?
गोभी, एक लोकप्रिय और पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी है। लेकिन कुछ लोग यह मानते हैं कि गोभी का अधिक सेवन थायराइड की समस्या को बढ़ा सकता है। इसके पीछे कारण यह है कि गोभी में 'गोइट्रोजन' नामक पदार्थ होता है, जो थायराइड ग्रंथि के काम को प्रभावित कर सकता है।
गोइट्रोजन का प्रभावः
गोइट्रोजन एक प्राकृतिक तत्व है जो थायराइड ग्रंथि द्वारा आयोडीन के अवशोषण को रोक सकता है। जब शरीर में आयोडीन की कमी होती है, तो थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम हो सकता है। हालांकि, यह बात सही है कि अगर आप अत्यधिक गोभी खाते हैं, तो यह समस्या पैदा कर सकता है।
क्या इसका मतलब है कि गोभी को छोड़ देना चाहिए?
नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। गोभी का सेवन जब सामान्य मात्रा में किया जाता है, तो यह एक स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ है। गोभी में विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद हैं।
थायराइड बढ़ने के और कारणः
आहार: अत्यधिक प्रोसेस्ड और जंक फूड का सेवन थायराइड के लिए हानिकारक हो सकता है।
तनाव: मानसिक तनाव भी थायराइड ग्रंथि के कार्य को प्रभावित कर सकता है।
हार्मोनल असंतुलन: शरीर में हार्मोनल असंतुलन भी थायराइड समस्या को जन्म दे सकता है।
परिवारिक इतिहास: अगर परिवार में किसी को थायराइड की समस्या है, तो यह एक और कारण हो सकता है।
कैसे सपोर्ट करें थायराइड हेल्थ?
संतुलित आहार: थायराइड हेल्थ को सपोर्ट करने के लिए आयोडीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
योग और प्राणायाम: मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग और प्राणायाम करें।
प्राकृतिक सप्लीमेंट्स:
आयुर्वेदिक उपचार जैसे थायरोनिल कैप्सूल्स का उपयोग करें, जो थायराइड हेल्थ को सपोर्ट करते हैं।
थायरोनिल: प्राकृतिक समाधानः
थायरोनिल कैप्सूल्स आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होते हैं, जो थायराइड ग्रंथि के स्वस्थ कार्य में मदद करते हैं। यह थायराइड हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने, सूजन को कम करने, और शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होते हैं। इसके प्रभावी परिणामों को प्राप्त करने के लिए, नियमित रूप से इनका सेवन करना जरूरी है।
गोभी का सेवन संतुलित रूप में किया जाना चाहिएः
थायराइड बढ़ने के लिए गोभी को दोषी ठहराना सही नहीं है। गोभी का सेवन संतुलित रूप में किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। यदि आप थायराइड से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आयुर्वेदिक उपायों का उपयोग करें, जैसे थायरोनिल कैप्सूल्स, जो थायराइड स्वास्थ्य को प्राकृतिक तरीके से सुधारने में मदद कर सकते हैं। आपका स्वास्थ्य, आपकी जिम्मेदारी है। थायरोनिल कैप्सूल्स के साथ अपने थायराइड स्वास्थ्य को आज ही बेहतर बनाएं।
-डॉ. पीयूष त्रिवेदी, आयुर्वेद विशेषज्ञ जयपुर ।
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