पंचकूला। आम
आदमी पार्टी
ने डेरा
प्रमुख राम
रहीम को
साध्वियों से यौन उत्पीडन के
मामले में
सीबीआई की
विशेष अदालत
द्वारा
दस-दस साल की सजा सुनाए
जाने का
स्वागत किया
है। पार्टी
ने इसे
न्यापालिका द्वारा लोकतंत्र की रक्षा
करार देते
हुए इस
फैसले का
स्वागत किया
है। पार्टी
ने इसे
दोनों साध्वियों,सीबीआई के
तत्कालीन डीएसपी
सतीश डागर
सिरसा के
पत्रकार रामचंद्र
छत्रपति तथा
बाद में
उनका अनुसरण
करने वाले
बाकी सारे
मीडिया द्वारा
किए गये
संघर्ष की
जीत बताया
है। आप
का कहना
है कि
आज एक
बार फिर
लोगों का
न्यायपालिका के प्रति विश्वास मजबूत
हुआ है।
और एक
बार फिर
से सच
की जीत
हुई है।
आप के जिला
प्रधान योगेश्वर
शर्मा ने
यहां जारी
एक बयान
में कहा
कि यह
न्यायापालिका ही है जिसने एक
ऐसे आरोपी
को उसके
किए की
सजा के
अंजाम तक
पहुंचाया है
,जो खुद
को सबसे
ऊपर मानता
था। अन्यथा
राज्य में
अब तक
सत्ता पर
काबिज रहीं
कांग्रेस, इनेलो
और अब
भाजपा ने
तो अपने
वोट बैंक
की खातिर
बाबा के
सामने अपने
घुटने ही
टेके हैं।
योगेेश्वर शर्मा ने कहा कि
अपने राजनीतिक
स्वार्थ के
चलते प्रदेश
की खट्टर
सरकार ने
गत 25 अगस्त
को पंचकूला
सहित राज्य
के कई
जिलों के
लोगों की
जिंदगियां दांव पर लगा दीं
थीं। लोग
दहशत के
सांय में
कई घंंटों
तक अपने
ही घरों
में दुबक
कर बैठने
को मजबूर
हो गए
थे। करोड़ों
रुपये की
संपंत्ति जला
कर खाक
कर दी
गई थीं
और प्रदेश
सरकार और
उसके प्रशासनिक
अधिकारी हाथ
पर हाथ
धर कर
बैठे रहे।
आम आदमी पार्टी
पंचकूला के
जिला प्रधान
योगेशवर शर्मा
ने कहा
कि हरियाणा
के मुख्यमंत्री
मनोहर लाल
को नैतिकता
के आधार
पर तुरंत
त्यागपत्र दे देना चाहिए,क्योंकि
यह तीन
साल में
उनकी लगातार
तीसरी नकामी
है और
उनके इस
मुख्यमंत्री काल में हरियाणा कई
हजार करोड़
रुपये का
नुक्सान सहने
के साथ
साथ आपसी
भाईचारा भी
लगातार गंवाता
चला आ
रहा है।
बावजूद वह
इस कुर्सी
से चिपके
बैठे हैं।
उन्होंने पूछा
कि क्या
मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरियराणा को
पूरी तरह
से बर्बाद
करने की
नीयत से
मुख्यमंत्री बने हुए हैं। उन्होंने
हरियाणा के
शिक्षा मंत्री
प्रो. रामबिलास
शर्मा, स्वास्थ्य
मंत्री अनिल
विज और
स्वयं मुख्यमंत्री
मनोहर लाल
के खिलाफ
भी आपराधिक
मामला दर्ज
किए जाने
की मांग की है,क्योंकि ये
लोग बार
बार डेरे
पर जाकर
दंडवत होने
के साथ
साथ उसे
जनता की
खून पसीने
की कमाई
में से
लाखों रुपये
का अनुदान
देकर सरकारी
खजाने को
लुटाने का
काम किया
है। उन्होंने
सीबीआई कोर्ट
के फैसले
का स्वागत
करते हुए
कहा कि
अदालत ने
अपना काम
किया है
और सभी
को अदालती
फैसले का
सम्मान करना
चाहिए क्योंकि
कोई भी
व्यक्ति इस
देश के
कानून से
ऊपर नहीं
है। जिसने
अपराध किया
है उसे
सजा तो
भुगतनी ही
पड़ेगी। फिर
वह चाहे
कोई भी
क्यों न
हो।
उन्होंने
इस मामले
में शिकायतकर्ता
साध्वियों की हिम्मत की दाद
देते हुए
कहा कि
उन्होंने पिछले
15 सालों से
यह लड़ाई
लड़ी और
अपने स्टैंड
पर अडिग़
रहीं। जिसके
चलते आखिकार
उन्हें न्याय
भी मिला।
वह उनकी
इस बहादुरी
और जज्बे
को सलाम
करते हैं।
उन्होंने 25 अ्रगसत को पंचकूला में
इस मामले
की कवरेज
कर रहे
मीडियाकर्मियों पर डेरा समर्थकों की
ओर से
हमला करने,उनसे मारपीट
करने, उनके
वाहन जलाने
की कड़ी
निंदा की
है। साथ
ही उनके
नुकसान की
तत्काल भरपाई
किए जाने
की सरकार
से मांग
भी की
है।
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