|
जयपुर । ‘धरती के सबसे बड़े साहित्यिक
शो’ की नए आशियाने, क्लार्क्स आमेर, जयपुर में खूबसूरत शुरुआत| उत्साही श्रोताओं
ने सुबह जल्दी ही फ्रंट लॉन में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी थी|उद्घाटन सत्र में, राग
मिया की तोड़ी के माध्यम से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के उस्ताद और इंडियन
फ्यूज़न बैंड के लीड सिंगर उज्वल नागर ने खूबसूरत समां बाँधा| नागर ने परफॉरमेंस
शुरू करने से पहले कहा कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2022 में प्रस्तुति देते हुए वे
काफी उत्साहित हैं| प्रोग्राम की शुरुआत में उन्होंने पहले विलम्ब और फिर अविलम्ब
कम्पोजीशन के माध्यम से श्रोताओं को मुग्ध कर दिया| इस प्रस्तुति के बाद फेस्टिवल
डायरेक्टर्स और प्रोडूसर ने श्रोताओं का स्वागत किया और फिर उद्घाटन सत्र में
आमंत्रित प्रमुख वक्ताओं ने उद्घाटन संभाषण दिया|
अपने
स्वागतीय भाषण में, फेस्टिवल प्रोडूसर और टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग
डायरेक्टर, संजॉय के. रॉय ने कहा, “हम आप सभी का जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में
हार्दिक स्वागत करते हैं! पिछले साल हमें ऑनलाइन और डिजिटल सीरीज के माध्यम से
दुनियाभर के 27.5 मिलियन श्रोताओं से जुड़ने का मौका मिला| इस साल 5 से 14 मार्च को
आयोजित होने वाले हाइब्रिड फेस्टिवल का पहला साल है| इस साल फेस्टिवल में नए बदलाव
ही नहीं हुए, बल्कि इसका आशियाना भी बदल गया है| होटल क्लार्क्स, आमेर में
फेस्टिवल का 15वां संस्करण आयोजित करते हुए हमें बेहद हर्ष है|”
श्रोताओं
को संबोधित करते हुए, फेस्टिवल को-डायरेक्टर, नमिता गोखले ने कहा, “कल
दिल्ली में मुझे मिलने वाले साहित्य अकादमी अवार्ड के प्रति मैं बेहद गर्व और
सम्मान का अनुभव कर रही हूँ, लेकिन फिर भी मैं दिल्ली न जाकर, यहाँ इस फेस्टिवल
में रहूंगी| ये फेस्टिवल मेरा सबसे बड़ा अवार्ड है|” उन्होंने आगे कहा, “फेस्टिवल
में वापस आते हुए मुझे लगातार इसके पिछले संस्करण और कहानियां याद आ रहे हैं|”
लेखक,
इतिहासकार व फेस्टिवल के को-डायरेक्टर विलियम डेलरिम्पल ने कहा, “पेंडेमिक यकीनन सभी
के लिए चुनौतीपूर्ण समय रहा, लेकिन परफोर्मिंग आर्ट्स के तो अस्तित्व पर ही संकट आ
गया... लेकिन अब वापस से खड़े होने का समय है, और यहाँ इस नए परिसर में हम, नोबेल
पुरस्कार विजेता चार हस्तियों के साथ हाज़िर हैं|”
फेस्टिवल
के बारे में बात करते हुए कीनोट स्पीकर हरीश त्रिवेदी ने भगवत गीता से
उद्धरण दिया, “शरीर पुराने कपड़े उतारकर नए धारण करता है| आत्मा पुराना शरीर छोड़कर,
नए शरीर में प्रवेश करती है| मैं कहना चाहूँगा कि इस फेस्टिवल ने भी अपना पुराना
आशियाना छोड़कर, अपने लिए नया घर तलाश कर लिया|”
उद्घाटन
संभाषण को समाप्त करते हुए, यूएन रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर फॉर इंडिया, शोम्बी
शार्प ने कहा, “जयपुर फेस्टिवल के मूल स्वरुप में शामिल होते हुए मैं खुद को
खुशनसीब कहूँगा... भारत में आकर, मैं यहाँ के गहन दर्शन और आदर्शों से बेहद
प्रभावित हुआ| भारत की महत्वाकांक्षी योजनायें बताती हैं कि पर्यावरण को बचाने का
मतलब विकास का अंत नहीं है|”
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पीएम मोदी ने ‘जी7 शिखर सम्मेलन’ को बताया सार्थक, कहा - 'भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश'
खामेनेई की दो टूक चेतावनी : अमेरिका ने हमला किया तो करारा जवाब मिलेगा, सरेंडर का सवाल ही नहीं
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में विस्फोट के बाद जाफर एक्सप्रेस के छह डिब्बे पटरी से उतरे
Daily Horoscope