चंडीगढ़। पंजाब की बादल
सरकार ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में 1700 करोड़ रुपए का घालमेल किया है।
यह राशि तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र पूर्व डिप्टी
सीएम सुखबीर बादल ने अपने निजी हितों और राजनीतिक लाभ पाने के लिए खर्च की
है।
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस घालमेल की परतें
खोलते हुए बताया कि बादल पिता-पुत्र ने शहरी विकास के लिए केंद्र सरकार से
आई राशि को निजी हितों पर खर्च कर डाला।
चंडीगढ़ में पत्रकारों से
बातचीत में सिद्धू ने आरोप लगाया कि बादल पिता-पुत्र ने 1696 करोड़ की
हेराफेरी की है। यह घालमेल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में किया गया है। सिद्धू
ने कहा कि पिछली बादल सरकार ने बिना प्रॉपर योजना के अमृतसर में बीआरटीएस
प्रोजेक्ट शुरू किया। यह प्रोजेक्ट बादलों का राजनीतिक स्टंट था। इसमें
बहुत खामियां है।
सिद्धू ने कहा कि इसके चलते ये कामयाब नहीं हो
पाया। यह प्रोजेक्ट लगभग 600 करोड़ रुपये का था। इसमें चार सौ करोड़ रुपये
खर्च किए जा चुके हैं। बादल सरकार ने प्रोजेक्ट को पूरा किए बिना ही शुरू
कर दिया, जिसकी वजह से यह बुरी तरह फेल हो गया है।
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