उमाकांत त्रिपाठी, दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा आर्थिक
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देश की आम जनता परेशान है। धनकुबेरों को पैसे सही जगह
लगाने में परेशानी का सामना करना पड़ ही रहा है। पर देश की आम जनता अपने जरूरतों
के लिए जूझ रही है। 500 के नोट और 1000 के नोटों को बंद करने का आज पांचवां दिन
है। परंतु बैंको में नए नोटों की मात्रा अभी बहुत कम है। पूरे देश में लोग बैंकों
के सामने लंबी कतारों में घंटों घंटों से लगे हुए हैं। इसके साथ ही एटीएम मशीन और
डाकघरों में भी लोग लाइन में खड़े हैं।आम व्यक्ति जरूरत की चीजों के लिए परेशान
है।
नई करेंसी ना मिलने की वजह से लोग पूरी तरह से परेशान हैं। किसी को हॉस्पिटल
में जाना है तो किसी को घर के खाने के लिए रासन लेना है और किसी को शादी विवाह के
लिए सामान खरीदने हैं। इन जरूरतों के लिए आम जनता परेशान दिख रही है। प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी काले धन को रोकने के लिए वचनबद्ध हैं। देश का पैसा हवाला और आतंकवाद,
नक्सलवाद
में लगा हुआ है।जिसको समाप्त करने के लिए पीएम ने साहसिक कदम उठाया।
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