चण्डीगढ़। ‘पहल्या्ं खेतीबाड़ी ऑर पशुओं के गैल
न्यू एै घुलाई करा कर दे अब तो खेती करण के साथ साथ पशु पालकै बहुत आच्छी
कमाई कर रहे सां। छोटा किसान भी इनकी आमदनी सै बड़ा जमीदार कहावै सै।’
हिसार के गांव डाटा से आए किसान राजेश कुमार का ये कहना सै । किसान राजेश
मेला ग्रांउण्ड में लगाए गए तीसरे शिखर सम्मेलन में देशी, साहीवाल नस्ल की
गाय व साण्ड लेकर आया हुआ है। उसका कहना है कि उनकी गाय ने अब तक तीन- चार
पुरस्कार जीत लिए और 14 किलोग्राम से अधिक दूध देवै सै। म्हारे गांव व
प्रदेश में अधिक दूध वाली देशी गाय की नस्ल को बढाने की खातिर हरियाणा के
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने बहुत जोर लगा राख्या सै। म्हारी आमदनी बढै
ओर हाम पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बण जांवा इसते बढिया कोई काम नहीं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जीन्द निवासी दीपका का मानना है कि हरियाणा की देशी गाय की अलग ही शान है।
शाम सुबह गाय पै हाथ फेर ले तो म्हारे लोगों के आधे से ज्यादा रोग दूर हो
जावे सै। इनाम तो यह गाय किसे भी कम्पीटीशन में ले जाओ छोडे ए कोनी। अब तक
चार साल में लगभग 7 से 8 लाख रूपए तो इनाम के तौर म्हारी गाय नै दिलवा दिए।
खुराना गायों की डेयरी रोहतक की शान है। इस डेयरी मालिक को भारत सरकार की
ओर से भी सम्मानित किया जा चुका है।
भारत की पाकिस्तान को दो टूक, उंगली उठाने से पहले अपना मानवाधिकार रिकॉर्ड सुधारे
मणिपुर में इंटरनेट सेवाएं शुरू : सरकार की चेतावनी-लूटे गए हथियार 15 दिनों में लौटाएं
जयराम द्वारा नई संसद को 'मोदी मल्टीप्लेक्स' बताने पर भड़के नड्डा, कांग्रेस को बताया संसद विरोधी
Daily Horoscope