जोधपुर। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने शनिवार को राज्य में मतदान दिवस पूर्व तैयारियों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जायजा लिया। उन्होंने समस्त जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों और निर्वाचन विभाग के अधिकारियों के साथ वीसी कर चुनाव तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की और राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्वाचन प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए पूर्व तैयारियों की समीक्षा के अंतर्गत अभ्यर्थियों के नामांकन की तैयारियों, केन्द्रीय पुलिस बलों की तैनाती, कानून व्यवस्था, सीमावर्ती क्षेत्रों की चौकसी एवं ईवीएम रेंडमाइजेशन की तैयारियों के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्वीप गतिविधियों के अंतर्गत विगत चुनावों में कम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में मतदाताओं को जागरुक करने, दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं के लिए जरूरी व्यवस्थाओं, फेसिलिटेशन सेंटर के सम्बन्ध में तैयारियों, आवश्यक सेवाओं से संबंधित मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट्स की व्यवस्था, सहायक मतदान केन्द्रों की व्यवस्था और सभी मतदान केन्द्रों पर आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की सुनिश्चितता के बारे में भी जरूरी निर्देश दिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने चुनाव व्यय की प्रभावी निगरानी के लिए लेखा टीम, एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी, वीवीटी जैसी सभी निगरानी टीमों के स्तर पर सजगता और तत्परता से कार्रवाई किए जाने के निर्देश भी दिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि 30 अक्टूबर से अभ्यर्थियों द्वारा नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इनकी संबंधित आरओ द्वारा जांच कर नामांकन पत्र एवं शपथ-पत्र समयबद्ध ढंग से अपलोड करने की व्यवस्था जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने मतदान दिवस पर संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग तथा पोस्टल बैलेट की प्री-काउंटिंग हेतु क्यू आर कोड स्कैनर की उपलब्धता के बारे में भी निर्देश दिए।
गुप्ता ने कानून एवं व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि अपराधियों और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर पैनी नजर रखी जाए। उन्होंने मतदान दिवस पर केन्द्रीय पुलिस बलों की तैनाती का विस्तृत एवं सुव्यवस्थित प्लान तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जाए, जो निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने की दृष्टि से संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि मतदान दिवस पर मतदान दलों के लिए भोजन, लाईट, टेंट सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की पूर्व समीक्षा कर ली जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ईवीएम की अतिरिक्त एफएलसी की प्रगति के बारे में जानकारी ली और आगामी 2-3 नवंबर को ईवीएम के प्रथम रेंडमाइजेशन और 14 नवंबर को द्वितीय रेंडमाइजेशन की तैयारियों की भी समीक्षा की।
उन्होंने जिला में मीडिया सेल के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने फेक न्यूज एवं पेड न्यूज के प्रकरणों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
गुप्ता ने कहा कि मतदाताओं को मताधिकार के प्रति जागरूक बनाने के लिए स्वीप गतिविधियां प्रभावी रूप में संचालित की जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विगत चुनावों में कम मतदान वाले 24386 मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है।
यहां मतदान प्रतिशत बढ़ाने और महिला मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए स्वीप गतिविधियों में तेजी लाई जाए। इसके लिए मतदाताओं से संकल्प पत्र भरवाने, बूथ स्तर पर वोटर असिस्टेंट, बूथ अवेयरनेस ग्रुप, मतदान के अंतिम 54 घंटों के दौरान हैला टोली/जागो टोली को सक्रिय करने, ईवीएम वीवीपैट के उपयोग के बारे में प्रिन्ट, इलेक्ट्रोनिक एवं डिजिटलल मीडिया के जरिए प्रदेश भर में मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य किया जाए।
उन्होंने कहा कि विभागीय कनवर्जेन्स हेतु बूथ स्तरीय कार्मिकों की सूची तैयार कर विडियो, पोडकास्ट एवं अन्य स्वीप सामग्री के माध्यम से सूचनाओं का प्रभावी आदान-प्रदान किया जाए। उन्होंने पूर्ण रूप से महिला कार्मिकों अथवा दिव्यांग कार्मिकों अथवा युवा कार्मिकों द्वारा संचालित मतदान केन्द्रों के बारे में भी प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव खर्च पर निगरानी रखने के उद्देश्य से व्यय पर्यवेक्षक 29 अक्टूबर को सम्बन्धित विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच जाएंगे। जन संपर्क अधिकारी संबंधित व्यय पर्यवेक्षक से समन्वय कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि पर्यवेक्षकों को व्यय की मदों की दर सूची सहित अन्य प्रासंगिक दस्तावेज उपलब्ध करवा दिए जाएं।
उन्होंने कहा कि चुनाव व्यय पर निगरानी के लिए लेखा टीम, एफएसटी, एसएसटी, वीएसटी, वीवीटी जैसी सभी टीमें ठीक से काम कर रही हैं, यह सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन की घोषणा के बाद जिले में राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर विभिन्न मदों की दरों की जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि निर्वाचनों के दौरान नकदी लाने और ले जाने से जुड़े जांच उपायों के बारे में प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि नोटिफिकेशन के पश्चात् जनसभाओं, रैलियों अथवा जुलूसों में निर्वाचन सम्बन्धी कार्यों के लिए वाहनों की तैनाती हेतु अनुमति प्रदान करने वाले प्राधिकारी ऐसी अनुमति प्रतियां वीडियो निगरानी दल, लेखा दल तथा मीडिया अनुवीक्षण दल को भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।
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