धर्मशाला। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ एवं बेटी है अनमोल योजनाओं के अन्तर्गत सरकार एवं प्रशासन द्वारा किए गए गंभीर प्रयासों से आज साकारात्मक परिणाम समाज में देखने को मिल रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के अन्तर्गत देहरा एवं प्रागपुर खण्ड की बैठक में एसडीएम देहरा धनबीर ठाकुर यह बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस अभियान के महत्व को देखते हुए लोगों को जागरुक कर इसे जन अभियान में बदलने की अवाश्यकता है।
इस अवसर पर जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि बेटी है अनमोल योजना के तहत इस वर्ष देहरा खण्ड में 923 बेटियों को 1039310 रुपए और प्रागपुर खण्ड में 929 बेटियों को 1020900 रुपए उपलब्द कराए जा चुके हैं। वहीं सावधि जमा के अन्तर्गत देहरा में 40 कन्याओं को 446000 रुपए और प्रागपुर में 66 कन्याओं को 690000 रुपए दिए जा चुके हैं।
एसडीएम कार्यालय देहरा में आयोजित इस बैठक में धनबीर ठाकुर ने कहा कि सरकार एवं प्रशासन के सफल प्रयासों से आज बेटियों को लेकर समाज में एक जागरुकता पैदा हुई है। साथ ही बहुत से स्थानों में लिंग अनुपात में भी उत्साहवर्धक परिणाम आए हैं। बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम महिला एवं बाल विकास विभाग एवं अन्य विभागों से उपस्थित अधिकारियों को लिंग अनुपात में संतुलन बनाने हेतु निरंतर प्रयास करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ और बेटी है अनमोल के तहत विभिन्न योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिला और नवजात शिशु विशेषकर कन्या के लिए सरकार द्वारा कईं योजनाएं चलाई गई हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इन योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने और लाभ उपलब्द करवाने हेतु निर्देश दिए।
बैठक में भ्रूण हत्या रोकने, प्रत्येक माह 25 तारीख को ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’’ विषय पर विशेष दिवस आयोजन करने, हर वर्ष 25 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने, सभी सरकारी व निजि स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों शौचालय सुविधा उपलब्ध करवाने, ग्रामीण स्वास्थय एवं पोशाहार दिवसों, ग्रामीण स्वास्थय एवं स्वच्छता समिति/ग्रांम पंचायत स्तर की सभी बैठकों में इस योजना को मुख्य रूप से शामिल करने, बाल लिंगानुपात संबंधी सही आंकड़े पंचायतवार एकत्रित करना तथा कम लिंगानुपात वाली पंचायतों को चिन्हित करके उनमें जागरुकता शिविरों का आयोजन करने, सभी बच्चों विशेषकर कन्याओं का नाम पंचायत में दर्ज कराने, गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण प्रथम तिमाही में ही जितना जल्दी हो सके कराने, जच्चा-बच्चा सुरक्षा कार्ड को प्रभावी ढंग से लागू कराने, स्कूल छोड़ चुकी लड़कियों को पुनः शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने, स्थानीय समुदाय/धार्मिक गुरुओं/प्रवक्ताओं एवं पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से भी ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ योजना का प्रचार-प्रसार करने और कन्या के जन्म होते ही ‘‘एक बूटा बेटी के नाम’’ लगाने विषयों पर विस्तार से चर्चा करने के साथ आगामी कार्य योजना बनाई गई।
इस अवसर पर डीएसपी देहरा आर.एस. राणा, खण्ड विकास अधिकारी प्रागपुर जी.सी. पाठक, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी देहरा प्रवीण कुमार, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी प्रागपुर अश्वनी शर्मा, चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितिन शर्मा, खण्ड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी देहरा सरला कुमारी, खण्ड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी डाडासीबा राज कुमार, खण्ड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी रक्कड़ प्रदीप कुमार एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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