सहरसा। होली का रंगों भरा पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस उत्सव की पूर्व संध्या पर सहरसा जिले में युवाओं ने पारंपरिक धूरखेल की परंपरा निभाई। सहरसा-दरभंगा और सहरसा-सुपौल मुख्य मार्गों पर युवाओं की टोलियां कीचड़ और धूल से होली खेलती नजर आईं।
गुरुवार सुबह से ही जिले के विभिन्न इलाकों में युवाओं की टोलियां इकट्ठा हुईं और परंपरागत तरीके से होली खेली। कई स्थानों पर लोग नदियों, पोखरों और तालाबों के किनारे इकट्ठा हुए और एक-दूसरे पर कीचड़ डालकर त्योहार का आनंद लिया।
युवाओं की टोली केवल खुद तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि सड़क से गुजरने वाले राहगीरों को भी होली के रंग में शामिल किया। हालांकि, कुछ राहगीर इससे असंतुष्ट दिखे, लेकिन युवाओं ने हंसी-मजाक के माहौल में माहौल को खुशनुमा बनाए रखा। इस दौरान 'बुरा न मानो होली है' के नारों के साथ लोग एक-दूसरे को गले लगाते और अबीर-गुलाल लगाते नजर आए।
होली का यह अनोखा अंदाज जिले में चर्चा का विषय बना रहा। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से संयम और शांति के साथ होली मनाने की अपील की है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद बड़ा फैसला, इंटरनेशनल उड़ानों में 15 प्रतिशत कटौती करेगा एयर इंडिया
पीएम मोदी ने भारत-क्रोएशिया संबंधों की मजबूती पर जोर दिया, कई मुद्दों पर चर्चा
आईपीएल की कोच्चि फ्रेंचाइजी मामले में बीसीसीआई को 538 करोड़ रुपए चुकाने का आदेश
Daily Horoscope