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कोटा। ढाई साल पहले रेलवे स्टेशन से लातपा हुई बालिका के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है। ऐसे में बालिका के पिता कोटा पुलिस ओर रेलवे प्रशासन के चक्कर काटकर अब थक हार से गए है। जिसके बाद अब पीडि़त पिता ने जिला विधिक सेवा केन्द्र से न्याय की उम्मीद की है। दरअसल लखनऊ निवासी राम कुमार गुजराज के सूरत में पैटिंग का काम करता है। जो कि 31 मई 2014 को अपने परिवार के साथ अवध एक्सप्रेस से लखनऊ से वापस सुरत जा रहा था। इस दौरान ट्रेन के कोटा पहुंचने पर राम कुमार पानी की बोतल लेने के लिए प्लेटफार्म पर उतरा। जिसके बाद वापस ट्रेन में गया तो उसकी बेटी पूजा ट्रेन मेंं नहीं मिली। वहीं रामकुमार ने अपनी बेटी को सब जगह तलाश किया लेकिन बालिका के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली। इस दौरान प्लेटफार्म पर लगे कैमरो को देखकर राम कुमार को कुछ राहत मिलने की उम्मीद दिखी लेकिन लगातार रेलवे प्रशासन से निवेदन करने के बाद भी वहां मौजुद कर्मचारियों ने कैमरे की फुटेज दिखाने से मना कर दिया। यहीं नहीं पुलिस से पीडित राम कुमार को कोई मदद नहीं मिली। ऐसे में पीडित ने रेलवे ओर पुलिस प्रशासन का आरोप लगाते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से न्याय की उम्मीद की है।
[@ Exclusive- राजनीति के सैलाब में बह गई देश के दो कद्दावर परिवारों की दोस्ती]
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