लखनऊ/दिल्ली। यूपी की पूर्व मुख्य सचिव नीरा यादव की सजा को सुप्रीम कोर्ट ने 1 साल कम कर दिया है। नीरा यादव पर नोएडा में प्लॉट का गलत आवंटन करने का आरोप लगा था।
आपको बता दें कि नीरा यादव को नवंबर 2012 में 3 साल की सजा सुनाई गई थी जिसे आज सुप्रीम कोर्ट ने कम कर दिया है।इसी मामले में पूर्व आईएएस अधिकारी राजीव कुमार भी आरोपी है,जिनके साथ मिलकर नीरा कुमार ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया।
गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में नीरा यादव ने सरेंडर कर दिया था।सीबीआई जांच के बाद उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई थी,जहां नीरा यादव को सीबीआई की विशेष अदालत ने राजीव कुमार और नीरा यादव को तीन-तीन साल की कैद और एक-एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। इसके बाद दोनों ने हाईकोर्ट ने भी दोनों की सजा को बरकरार रखा था। बाद में सुप्रीमकोर्ट में अपील दाखिल की गई।जहां उन्हें आज फौरी राहत मिली है।
इस केस में फंसने के बाद नीरा यादव को अपना पद छोड़ना पड़ा था। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह की बेहद करीबी नीरा यादव बुलंदशहर की रहने वाली हैं।उन्होंने नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रहते डिप्टी सीईओ राजीव कुमार के साथ मिलकर प्लॉटों के जरिए खूब धांधली की थी।और अपने करीबियों को बंपर फायदा पहुंचाया था।
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