झांसी। पर्यावरण स्वच्छता प्रमाण पत्र निर्गत करने तथा जिले में जारी पट्टों को क्रियाशील बनाने के संबंध आयोजित बैठक में प्राप्त आवेदन पत्र पर बिंदुवार चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी कर्ण सिंह चौहान ने कहा कि एनओसी जारी होने से पूर्व यह अवश्य सुनिश्चित किया।
कलेक्टे्रट स्थित गांधी सभागार में हुई बैठक में डीएम ने प्राप्त सभी प्रार्थना पत्रों का परिक्षण किया। उन्होंने कुंडारी घाट और एरच घाट के संबंध में निर्देश दिये कि मौके पर जाकर निरीक्षण किया जाए। निरीक्षण में पर्यावरण से संबंधित पहलुओं को गंभीरता से देखते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद एनओसी दिये जाने का निर्णय होगा।
बैठक में 13 खनन पट्टों को पर्यावरण स्वच्छता प्रमाण पत्र के लिए रखा गया था। जिसमें 11 खनन पट्टों पर कोई समस्या नहीं थी। सभी अनापत्ति पर्यावरण स्वच्छता प्रमाण पत्र निर्गत किये जाने की संस्तुति प्रदान की गई। लुहार गांव, शमरीपुरा, चलेरा, पारीछा सहित अन्य को स्वीकृत करने के निर्देश दिये।
बैठक में डीएफओ डा. एम.के शुक्ला ने कहा कि यह अवश्य सुनिश्चित कर लें कि बालू परिवहन में वन विभाग की भूमि का का उपयोग न किया जाए। उन्होंन उपस्थित कांसेलटेंट से कहा कि घाट से परिवहन करने के लिए मार्गों की स्वयं वयवस्था कर लें। यदि वन विभाग की भूमि का प्रयोग होगा तो कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस मौके पर एसडीएम सदर पुनम निगम, प्रभारी क्षेत्रीय अधिकारी मनोज कुमार, खान अधिकारी मो. महबूब, योगोश शुक्ला, संदीप शर्मा, अनिल साहू, संजय तिवारी आदि मौजूद रहे।
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