1 of 1
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति वर्ष 2025 तक लागू करेंगे ताकि कोई भी बेरोजगार ना रहेः मूलचंद शर्मा
khaskhabar.com: सोमवार, 24 जुलाई 2023 10:03 PM
रेवाड़ी। उच्चतर शिक्षा मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि रेवाड़ी का गौरवशाली इतिहास रहा है। बलराम जी की पत्नी रेवती के नाम पर इसका शहर का यह नाम प्रसिद्ध हुआ था। यह वीरों की धरती है। आज देश की सेना में भर्ती हुआ हर 10वां जवान हरियाणा से और वह भी मुख्यतः रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और झज्जर जिले से आता है।
मूलचंद शर्मा सोमवार को इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर, रेवाड़ी में 7 दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर के समापन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर विद्यार्थियों को परस्पर दूसरे राज्यों की संस्कृति, बोली व रीति-रिवाजों को समझने और इनका आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करते हैं जिससे विद्यार्थियों का संपूर्ण व्यक्तित्व विकास होता है।
उन्होंने कहाकि एनएसएस से जुड़े स्वयंसेवक हर आपदा एवं शांति के समय समाज सेवा के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर अपना योगदान देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक पूरे हरियाणा प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि कोई भी व्यक्ति पढ़ लिखकर बेरोजगार ना रहे। उसके कौशल का विकास किया जा सके जिससे वह रोजगार पाने वाला ना बनकर दूसरों को रोजगार देने में सक्षम बन सके।
परिवहन मंत्री ने आश्वासन दिया कि यहां की बेटियों को बसों के कारण कोई असुविधा नहीं होगी और वे पर्याप्त बस उपलब्ध करवाएंगे। उन्होंने अपने कोष से ₹5,00,000 का अनुदान भी घोषित किया और साथ ही यह आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय के संरचनात्मक ढांचे व ऑडिटोरियम आदि के निर्माण में जो भी संभव सहयोग हो सकेगा वह इसके लिए करते रहेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. जय प्रकाश यादव ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। हमारे यहां के छात्र व स्वयंसेवक हर एक सांस्कृतिक, सामाजिक व खेल संबंधी गतिविधियों में आगे रहते हैं। उन्होंने स्वयं सेवकों को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के पंच प्रण से प्रेरणा लेकर अपने देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए पूरी निष्ठा के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम के दौरान एनएसएस टीम ने पर्यावरण संरक्षण पर लिखा गया गीत व उस पर नृत्य प्रस्तुत किया।
इस शिविर के दौरान आयोजित की गई विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं के विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा मेडल देकर सम्मानित किया गया। असम से आई टीम ने वहां की पारंपरिक टोपी व हस्त निर्मित खिलौने मुख्य अतिथि व अन्य सभी विशिष्ट अतिथियों को भेंट किए। मध्य प्रदेश, कर्नाटक व हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय से आई टीम ने भी पारंपरिक भेंट मेहमानों को दी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे