क्या है भद्रा काल-
भद्रा काल का
वास भद्रा काल तीन जगह वास करता है। आकाश, पाताल और मृत्यु लोक। अगर भद्रा
आकाश और पाताल में वास कर रहा है, फिर तो इसका ज्यादा खतरा नहीं होता। पर
अगर यह मृत्यु लोक में वास कर रहा है तो गलती से भी इसमें मंगल कार्य न
करें।
होलिका दहन की विधि-
होलिका दहन वाले स्थान को अच्छे से
साफ करें। फिर वहां गंगा जल झिडक़ कर उसे शुद्ध करें। सूखी लकडियों का ढेर
बनाएं। अग्नि समर्पित करने से पूर्व होलिका का विधिवत पूजन करें। पूजन करते
वक्त पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके बैठना चाहिए। ये पूजन किसी पण्डित से
करवाया जाना चाहिए।
ये भी पढ़ें - 3 महीनों में ही फल मिल जाएगा, मनचाही संतान के लिए अचूक व्रत
13 जून को शुक्र का भरणी नक्षत्र में गोचर, इन 4 राशियों को मिलेगा प्रेम, सुख और समृद्धि का वरदान
11 जून से मिथुन राशि में अस्त हो रहे देवगुरु बृहस्पति, इन 3 राशियों की किस्मत लेगी नई उड़ान
राशिफल 11 जून 2025: सिंह और धनु को मिलेगा नई शुरुआत का मौका, मकर को आर्थिक लाभ के संकेत
Daily Horoscope