पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त में बुधवार को एक स्कूल बस पर हुए भयावह हमले में चार बच्चों समेत छह लोगों के मारे जाने की ख़बर है. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने इस घटना की निन्दा की है. समाचार माध्यमों के अनुसार, बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से लगभग 250 किलोमीटर दूर स्थित ख़ुज़दार ज़िले में हुए इस हमले में कई अन्य लोग घायल हुए हैं. Tweet URL
यह इलाक़ा पिछले लम्बे समय से अलगाववादी हिंसा और चरमपंथी गतिविधियों से त्रस्त है.बताया गया है कि स्कूल बस के ज़रिये छात्रों को, पाकिस्तानी सेना द्वारा संचालित एक स्कूल में पहुँचाया जा रहा था. विस्फोट की वजह से यह बस पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. ख़बरों के अनुसार, धमाके के समय इस बस में 40 छात्र सवार थे.संयुक्त राष्ट्र बाल कोष ने इस हमले की निन्दा करते हुए, भयावह हिंसा का अन्त किए जाने की अपील की है.यूएन एजेंसी ने बुधवार को जारी अपने एक वक्तव्य में कहा कि बलूचिस्तान में बच्चे अपनी एक सामान्य, दैनिक यात्रा पर निकले थे, और वे अपने मित्रों के साथ पढ़ाई-लिखाई के एक आम दिन के लिए उत्सुक थे.“मगर, वे इस क्रूर हिंसक कृत्य की चपेट में आए गए. युवा ज़िन्दगियाँ, सपने और भविष्य चकनाचूर हो गए. परिवार तबाह हो गए. जीवित बचे बच्चों को इन शारीरिक व मानसिक घावों के साथ जीना पड़ेगा.”“बच्चे न तो हिंसा का निशाना हैं, और न ही ऐसा कभी होने देना होगा.” यूनीसेफ़ ने इस घटना के पीड़ितों व उनके परिजन के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. यूनीसेफ़ ने ज़ोर देकर कहा है कि बच्चों के लिए स्कूल जाना, कभी भी ख़तरनाक कार्य नहीं होना चाहिए.अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, किसी भी चरमपंथी गुट ने बस में हुए विस्फोट की ज़िम्मेदारी स्वीकार नहीं की है.
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