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सरकार दावा कर रही-पूरी बिजली दे रहे हैं, उधर कटौती से सवाई माधोपुर अस्पताल बेहाल

The government is claiming that they are providing full power supply, but on the other hand, Sawai Madhopur hospital is suffering due to power cuts - Sawai-Madhopur News in Hindi

सवाई माधोपुर। जिले के सबसे बड़े जिला अस्पताल के हाल बे हाल हैं। अस्पताल प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही का आलम ये है कि जिला अस्पताल में दो-दो जनरेटर होने के बावजूद बिजली कटौती के दौरान अस्पताल अंधेरे में डूब जाता है। वार्डो सहित सभी यूनिट में अंधेरा पसर जाता है। जबकि भजनलाल शर्मा सरकार दावा कर रही है शहरी और ग्रामीण इलाकों में पूरी बिजली दी जा रही है। वहीं बिजली कटौती से भर्ती मरीजों सहित अस्पताल में कार्यरत कार्मिक एंव चिकित्सकों का इस भीषण गर्मी में हाल बे हाल हो जाता है। ऐसा ही वाकिया शनिवार को फिर जिला अस्पताल में उस वक्त देखने को मिला जब कटौती के चलते जिला अस्पताल की बिजली गुल हो गई। बिजली गुल होने के साथ ही पूरे जिला अस्पताल में अंधेरा पसर गया। वार्डो सहित ट्रॉमा सेंटर, आईसीयू, जाँच लैब, सिटी स्कैन सेंटर, एक्सरे रूम, दवा वितरण एंव पर्ची काउंटर सहीत अस्पताल की सभी यूनिट में जहाँ कामकाज ठप हो गया। वही वार्डो में भर्ती मरीजों और कार्मिकों व चिकित्सकों का इस भीषण गर्मी में हाल बे हाल हो गया। वार्डो में ना तो कूलर पंखे चले और ना बिजली जली, जिसके चलते मरीजों सहित कार्मिक व चिकित्सक पसीने से तरबतर हो गए।
इतना ही नही अस्पताल में बिजली नहीं होने से चिकित्सकों को दिखाने आने वाले मरीजों की आउट डोर की पर्चियां तक नहीं कटी तो दवा वितरण में भी दिक्कत हुई। ट्रॉमा सेंटर में लाइट नहीं होने से चिकित्सकों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा। पूरे अस्पताल में हर तरफ अंधेरा पसरा रहा और मरीजों सहित अस्पताल कार्मिक ओर चिकित्सक परेशान होते रहे।
कहने को तो जिला अस्पताल में मातृ शिशु एंव मुख्य अस्पताल के लिए दो अलग अलग जनरेटर हैं। लेकिन, अस्पताल प्रशासन की उदासीनता के चलते दोनों जनरेटर खराब पड़े हैं। बिजली कटौती के साथ ही मरीजों व चिकित्सकों एवं कार्मिकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अस्पताल प्रशासन द्वारा इस अव्यवस्था पर कोई ध्यान नही दिया जाता।
जिला मुख्यालय के 220 केवी जीएसएस खेरदा पर मरम्मत कार्य के चलते शनिवार को सभी 33 केवी लाइन चकचैनपुरा, भैरूगेट, अजनोटी, सूरवाल, शेरपुर, श्यामपुरा, इटावा, कुस्तला से जुड़े हुए सभी जीएसएस की विद्युत सप्लाई प्रातः 7ः30 बजे से 10ः30 बजे 3 घंटे तक बाधित रही। जिससे शहरी क्षेत्र, पुराना शहर, हॉस्पिटल, हाउसिंग बोर्ड, रणथम्भौर रोड, पटेल नगर, रीको, वीरेंद्र नगर, हम्मीर नगर, धमून रोड, खेरदा, चकचैनपुरा, आदर्श नगर, पुलिस लाइन, मीना कॉलोनी, गौत्तम कॉलोनी, सीमेंट फैक्ट्री इत्यादि क्षेत्र में बिजली बंद रही थी। उसी दौरान अस्पताल में अंधेरा व्याप्त रहा और मरीज परेशान होते रहे।
जिला अस्पताल के कार्यवाहक पीएमओ डॉक्टर अकरम का कहना है कि जनरेटर खराब होने से अस्पताल में बिजली सप्लाई बाधित रही। उनका कहना है कि जल्द ही अस्पताल में एक मोबाईल जनरेटर की व्यवस्था की जाएगी और अस्पताल में बिजली की अलग से लाईन के प्रयास किए जाएंगे। लेकिन, बड़ी बात ये है कि अस्पताल में दो-दो जनरेटर होने का बावजूद बिजली कटौती के दौरान अस्पताल में अंधेरा कायम हो जाता है। ऐसे में बिजली सप्लाई नही होने से कई मशीनरी बंद हो जाती है ऐसे में गम्भीर मरीजों की जान भी खतरे में पड़ सकती है।

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