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नीति गोपेन्द्र भट्ट
नई दिल्ली। दिल्ली की प्रमुख समाजसेवी संस्था राजस्थान रत्नाकर द्वारा दैनिक जलते दीप समूह के सीईओ और मुख्य संपादक पदम मेहता का गुरुवार शाम को नई दिल्ली की ली मेरिडियन होटल में सम्मान किया गया। संस्था के संस्थापक सदस्य रमेश जैना और प्रबंध कार्यकारिणी के सदस्य तथा मीडिया प्रभारी गोपेन्द्र नाथ भट्ट ने गुलदस्ता भेंट कर मेहता का अभिनन्दन किया।
इस मौके पर संस्था के प्रधान शंकर जयपुरिया ने पदम मेहता के जीवन व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला और पत्रकारिता जगत में उनके योगदान को सराहा।
रत्नाकर के महामंत्री सुमित गुप्ता ने पदम मेहता द्वारा दैनिक जलते दीप और देश की एक मात्र राजस्थानी भाषा की पत्रिका माणक के माध्यम से राजस्थानी संस्कृति भाषा और साहित्य,रीति रिवाजों,मेहमान नवाजी, खान पान और पर्यटन के साथ ही विकास गाथाओं का प्रचार प्रसार करने के लिए उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की तथा बताया कि मेहता राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करा इसे मान्यता दिलाने के लिए लंबे समय से संघर्षरत है और राजस्थानी भाषा के समर्थन में चलाए जा रहें आंदोलन के प्रबल समर्थक है। उन्होंने माणक अलंकरण समारोह के माध्यम से देश और प्रदेश के कई जाने माने पत्रकारों को सम्मानित किया है। भारत सरकार की प्रेस अधिस्वीकरण समिति के सदस्य और अखिल भारतीय सम्पादक कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष के रूप में मेहता की सेवाएं शलाघनीय हैं।
नई पीढ़ी को अपनी भाषा और बेजोड़ संस्कृति तथा संस्कारों को अपनाने के लिए प्रेरित करें-पदम मेहता
इस मौके पर अपने सम्मान के लिए संस्था का आभार व्यक्त करते हुए अपने संबोधन में पदम मेहता ने प्रवासी राजस्थानियों का आह्वान किया कि वे अपनी मूल पहचान के साथ ही समृद्ध कला संस्कृति और परम्पराओं को संजोए रखें। साथ ही नई पीढ़ी को अपनी भाषा में बोलने तथा बेजोड़ सामाजिक एवं सांस्कृतिक परम्पराओं और रीति रिवाजों तथा संस्कारों को अपनाने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा ज्ञान का अथाह भंडार है। इसमें जीवन को सही ढंग से जीने और प्रगति पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा समाहित है। मारवाड़ियों ने पूरे देश और विदेश को आगे बढ़ाने में अतुलनीय योगदान देकर यह साबित किया है कि हर परिस्थिति में जीने और आगे बढ़ने की जिजीविषा से हर प्रकार की मुश्किलों को आसान बनाया जा सकता है।
मेहता ने कहा कि राजस्थान की कला संस्कृति और परंपराएं बेजोड़ है और यह विशेषता ही रेगिस्तान सहित अन्य विविधताओं से भरे राजस्थान को अन्य इलाकों से अपनी एक अलग ही पहचान बनाता है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी में इन संस्कारों को डालना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है ताकि रंग रंगीला राजस्थान की यह बहु आयामी संस्कृति विलुप्त नहीं होवे।
उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों की कर्म शीलता और आजादी से पहले और बाद में देश को हर दृष्टि से समृद्ध और मजबूत बनाने के साथ ही विकास के विभिन्न आयामों द्वारा नई मंजिलों तक पहुंचाने में दिए जा रहे अतुलनीय सहयोग के लिए सराहा तथा भावी पीढ़ी को भी उसी मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने की अपील की।
मेहता ने संस्था के पांच दशकों के कार्यों संस्थापकों डी डी गोस्वामी ओम प्रकाश बागला रमेश जैना के साथ ही वर्तमान चेयर मेन राजेंद्र गुप्ता द्वारा संस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने तथा समाज सेवा के अनेक कार्य करने के लिए बधाई दी।
समारोह में राजस्थान रत्नाकर के पूर्व प्रधान राम अवतार शाह,श्याम सुंदर गुप्ता,अशोक डालमिया, बी आर गर्ग,राज कुमार तुलस्यान, पुष्पेंद्र गोयल,के बी हरलालका, उप प्रधान ललित पोद्दार अरविंद गुप्ता मंत्री मुकेश गुप्ता उप मंत्री अमित गोयल,कोषाध्यक्ष प्रवीण जालान,प्रेस संयोजक राजेश गुप्ता मैरी दिल्ली और प्रबंध कार्यकारिणी के सभी सदस्यगण मौजूद थे।
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