जयपुर। जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में नेशनल आयुर्वेद स्टूडेंट्स एंड यूथ एसोसिएशन एवं आयुष मंत्रालय के सहयोग से आयुर्वेद में वर्णित नस्य कर्म के गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से संबंधित प्रशिक्षण बुधवार से शुरू हुआ। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में 14 से 16 सितंबर, 2017 तक प्रथम राष्ट्रीय आयुर्वेद युवा महोत्सव का आयोजन होगा। इसमें देशभर से 3000 प्रतिभागी भाग लेंगे। 15 सितंबर को आयुर्वेदीय पंचकर्म के महत्वपूर्ण अंग नस्य कर्म के गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के लिए 1000 चिकित्सक संयुक्त रूप से एक हजार व्यक्तियों पर नस्य कर्म करेंगे। पंचकर्म वर्णित नस्य कर्म मुख्यतः शरीर के ऊपरी भाग में होने वाले रोगों के साथ-साथ शरीर की व्याधियों पर चिकित्सीय प्रभाव करता है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स संबंधित विभिन्न तैयारियां भी संस्थान में शुरू हो चुकी हैं। वर्ल्ड रिकॉर्ड का आयोजन 15 सितंबर को सुबह 7:30 से 10:30 बजे तक किया जाएगा। पंचकर्म के विभागाध्यक्ष डॉ. गोपेश मंगल नस्य कर्म का प्रशिक्षण दे रहे हैं।
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