नई दिल्ली। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस के बीच घमासान जारी है। शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा कि उन्होंने भारत छोडऩे से पहले अरुण जेटली से मुलाकात की थी। इस मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बुधवार को अरुण जेटली ने कहा कि विजय माल्या ने उनको संसद से अनौपचारिक मुलाकात की थी। वह लंबे ब्लॉग लिखते हैं, लेकिन इस बारे में कुछ नहीं लिखते। अरुण जेटली मुलाकात के बारे में झूठ बोल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने साथी नेता पीएल पुनिया की बात कही, कि उन्होंने दोनों को बात करते हुए देखा था। राहुल ने कहा कि हमारे पास सबूत है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इसपर कई तरह के सवाल उठते हैं कि वित्त मंत्री एक भगोड़े से बात करते हैं, और भगोड़ा उन्हें बताता है कि वह देश छोड़ रहा है। लेकिन वित्त मंत्री ने ना पुलिस को बताया, ना सीबीआई को बताया। इसके बाद लुकआउट नोटिस में भी ढील दी गई थी। जेटली को सच बोलना चाहिए और बताना चाहिए कि इसके लिए वो जिम्मेदार हैं, या फिर उन्हें ऊपर से ऑर्डर आ रहे हैं। राहुल ने कहा कि वित्त मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि लुकआउट नोटिस को सिर्फ वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ही बदलवा सकते हैं। वित्त मंत्री ने विजय माल्या को भागने दिया।
पीएल पुनिया ने बताया कि बजट पेश होने के अगले दिन 1 मार्च को अरुण जेटली और विजय माल्या बात कर रहे थे। वह करीब 15-20 मिनट तक बात करते रहे, पहले दोनों खड़े होकर बात कर रहे थे और उसके बाद दोनों वहीं सेंट्रल हॉल में बैठकर बात करने लगे। जब मैंने दो दिन के बाद ही पढ़ा कि माल्या रवाना हो गए हैं, तो मैं हैरान था। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि संसद की सीसीटीवी फुटेज की जांच होनी चाहिए इसके सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।
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