नई दिल्ली। बिहार कैडर के एक प्रशासनिक अधिकारी ने राज्य में वर्ष 1990 से 2005 के दौरान "कुशासन" के लिए पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को जिम्मेदार ठहराया है। इन वर्षो में उनकी पत्नी राब़डी देवी भी सत्ता में थीं। वर्ष 1985 बैच के अधिकारी संतोष मैथ्यू ने डॉक्टरेट की उपाधि के लिए ब्रिटेन के "ससेक्स विश्वविद्यालय" के "इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडी" (आईडीएस) में प्रस्तुत अपने शोधपत्र में कहा कि स्वतंत्र विचारों वाले बिहार के नेता ने अपने शासनकाल के दौरान "राज्य के संसाधनों की क्षमता को जानबूझकर कम आंका"। आईडीएस के प्रोफेसर मिक मूर के साथ मिलकर तैयार किए गए शोध पत्र "स्टेट इनकैपिसिटी बाई डिजाइन : अंडरस्टैंडिंग द बिहार स्टोरी" में आंक़डों और उद्धरणों के माध्यम से कहा गया है कि वर्ष 1990 और 2005 के बीच का शासन "विशेष रूप में खराब" रहा। मैथ्यू इस समय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रशासन में ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव हैं। समझा जाता है कि उन्होंने अपने खर्च पर डॉक्टरेट के अध्ययन के लिए अवकाश लिया था।
ओडिशा आने के लिए ठुकराया ट्रंप का न्योता : पीएम मोदी
पीएम मोदी के भाषण में कोई नया कंटेंट नहीं: तेजस्वी यादव
पीएम मोदी ने ओडिशा को दी 18,653 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात
Daily Horoscope