नई दिल्ली। सावन के सोमवार को हरिद्वार में कावडियों की संख्या इस बार भी करोड को पार कर गई। हालांकि पहले आपदा की मार झेल रहे उत्तराखंड में कावडियों का उत्साह ठंडा दिख रहा था लेकिन कावड की महाशिवरात्रि आते-आते कावडियों से धर्मनगरी पट गई। अचानक बढी भीड ने प्रशासन द्वारा कावड यात्रा के लिए किए इंतजामों को भी अपर्याप्त करार दे दिया। चारों तरफ पैदल कावडियों की भीड से शहर की व्यवस्थाएं चरमरा ही गई। सोमवार के मौके पर कावडिए जहां गंगा दिखी वहीं से पानी भरकर ले जाते देखे गए। इस मौके पर हरिद्वार के आसपास के सभी शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड पडा। वाहनों का तो 3 दिन से रेंगना जारी है। भीमगौडा, अपर रोड, हर की पौडी, मालवीय द्वीप, सुभाष घाट और कोतवाली रोड में कावडियों के सिर-सिर टकराने की नौबत थी। भीड से हरिद्वार शहर थम-सा गया।
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