नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने कहा कि भारतीय रेलवे देश के लोगों के हित में अल्ट्रा हाई स्पीड प्रौद्योगिकी विकसित करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि यह रेलवे का सपना है कि भारत के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक की यात्रा में 12 घंटे से ज्यादा समय न लगे, जिसके लिए सभी रेलगाडिय़ों की औसत गति को बढ़ाने का इरादा है, ताकि सभी लोग इससे लाभान्वित हो सकें। रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने शुक्रवार को अल्ट्रा हाई स्पीड रोलिंग स्टॉक के लिए प्रौद्योगिकी पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर कहा कि भारतीय रेलवे अल्ट्रा हाई स्पीड प्रौद्योगिकी विकसित एवं क्रियान्वित करना चाहती है, ताकि इसका इस्तेमाल स्वदेश में हो सके और इसके साथ ही रेलवे इसका निर्यात करने में भी समर्थ हो सके।
अल्ट्रा हाई स्पीड रोलिंग स्टॉक का केन्द्र बिन्दु यात्रियों को बेहतर अनुभव एवं सुरक्षा प्रदान करना, तीव्र गति सुनिश्चित करना और क्षमता बढ़ाना है। उन्होंने यह भी कहा कि मेक इन इंडिया अभियान पर फोकस करते हुए रेलवे एक ऐसी प्रौद्योगिकी विकसित करना चाहती है, जिससे आगे चलकर रेलवे को काफी मदद मिलेगी। प्रति घंटे 500 किलोमीटर एवं उससे ज्यादा की अधिकतम गति पर परिचालन के लिए अल्ट्रा हाई स्पीड रोलिंग स्टॉक हेतु प्रौद्योगिकी पर पहली बार एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन भारत में आयोजित किया जा रहा है।
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