नई दिल्ली। पूर्व विनिवेश मंत्री अरुण शौरी ने 500 और 1000 रुपये में नोटों
पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि इसका
उद्देश्य अच्छा हो सकता है, लेकिन इस पर सुझाव पर ठीक से विचार नहीं किया
गया। शौरी ने न्यूज चैनल एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि सरकार ने जिस
85 प्रतिशत भारतीय मुद्रा को हटाने के लिए यह कदम उठाया, उससे उपजने वाली
इन समस्याओं का अनुमान नहीं लगाया।
अटह बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री
रह चुके शौरी ने कहा, ‘छोटे और मध्यम उद्यमों, परिवहन क्षेत्र, पूरा कृषि
क्षेत्र... छह लाख गांवों तक नहीं पहुंचा जा सकता। उन्होंने इस बारे में
नहीं सोचा। यह एक बड़े विचार से दूर किया जा रहा है, एक आत्म-छवि में हो
रहा है कि मुझे कुछ सर्जिकल स्ट्राइक करना है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या यह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक साहसिक और क्रांतिकारी कदम था, तो
उन्होंने कहा, ‘कुएं में कूदना भी क्रांतिकारी और बड़ा कदम होता है,
खुदकुशी करना भी क्रांतिकारी कदम होता है।’ अगर आप एक शुरुआत करना चाहते
हैं तो कर प्रशासन में सुधार के साथ शुरुआत करनी चाहिए।
यह भी पढ़े : टैक्सी ड्राइवर के अकाउंट में जमा हुए 62 लाख,फिर क्या हुआ पढ़ें पूरी खबर
यह भी पढ़े : EXCLUSIVE: रामगोपाल की वापसी ने लगा दी खास खबर की खबर पर
मुहर
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope