अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित टोरख़म सीमा चौकी के ज़रिए, अप्रैल में हज़ारों अफ़ग़ान नागरिक वापिस लौटे हैं. इनमें से बहुत से लोगों को जबरन वापिस भेजा गया है और वो बिल्कुल थके हुए, व भविष्य के बारे में चिन्तित हालात में वापस आए हैं. महिलाओं और लड़कियों के अलावा, जबरन लौटाए गए मानवाधिकार कार्यकर्ता, पत्रकार और धार्मिक या जातीय अल्पसंख्यक समुदायों के लोग भी, अफ़ग़ानिस्तान लौटने पर बड़े ख़तरों का सामना कर रहे हैं. साल 2023 से अब तक, 35 लाख से अधिक लोग पाकिस्तान और ईरान से अपने देश वापस लौट चुके हैं, जिनमें केवल 2024 में 15 लाख से अधिक लोग वापिस आए हैं. वीडियो...
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