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रिश्तेदारों को भी नहीं बख्शा, फर्जी बीएसएफ अधिकारी महिला ने ठगे 33.71 लाख रुपए
khaskhabar.com: शनिवार, 18 मार्च 2017 11:23 PM
गुरदासपुर। एक महिला ने रेलवे पुलिस में भर्ती करवाने का झांसा देकर अपने रिश्तेदारों से 33.71 लाख रुपये ठग लिए। उसने खुद को बीएसएफ में अधिकारी बताकर ठगी की। इस रैकेट में उसका बेटा और मौसी भी शामिल थी। पुलिस ने महिला की मौसी को गिरफ्तार कर लिया है। उसका बेटा व मौसी फरार हैं।
सिविल लाइन थाना पुलिस के एसएचओ यादविंदर सिंह व जांच अधिकारी संतोख सिंह के अनुसार स्थानीय मियां मोहल्ला के निवासी रमेश चंद्र ने बटाला के एसएसपी को 10 मार्च, 2015 को शिकायत की थी कि उसकी चाची हरबंस कौर और पठानकोट के फूल प्यारा गांव की निवासी उसकी भांजी आरती उनके पास 2011 में आईं और उनके बेटों सुनील कुमार, कमल कांत, जम्मू निवासी बहन के बेटे अकाशदीप तथा भतीजे शिव शक्ति को रेलवे पुलिस में भर्ती करवाने का लालच दिया।
आरती ने बताया था कि वह बीएसएफ अधिकारी है और उसकी रेलवे पुलिस के बड़े अधिकारियों तक पहुंच है। वे उसके झांसे में गए, क्योंकि आरती जब भी उनके घर आती थी, तो वह वर्दी पहनकर आती थी। इसके अलावा आरती उन्हें विश्वास दिलाने के लिए पहले से सेटिंग कर बीएसएफ के फर्जी सीओ से मोबाइल पर बात करवाती थी।
इससे रमेश चंद्र को आरती पर पूरा विश्वास हो गया और उन्होंने अपने बेटे, भांजे व भतीजे को भर्ती करवाने के लिए अपनी जमीन बेचकर पहले 20 लाख रुपये दिए। इसके बाद भी आरती छोटे-छोटे कामों के लिए रुपये लेती रही। कुल मिलाकर चार साल में उसकी मौसी हरबंस कौर तथा हरबंस कौर के बेटे अमनप्रीत ने 33.71 लाख रुपये ले लिए, लेकिन किसी को भर्ती नहीं करवाया।
शिकायत की जांच तत्कालीन डीएसपी (जांच) कृपाल सिंह ने की। जांच में आरती, उसकी मौसी हरबंस कौर तथा हरबंस कौर का बेटा अमनप्रीत आरोपी पाए गए। इस आधार पर उन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस 29 मार्च, 2016 को थाना सिविल लाइन में दर्ज किया गया। पुलिस ने शुक्रवार को हरबंस कौर को उसके घर में छापा मारकर गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसक बेटा बलविंदर कुमार व भांजी आरती अभी फरार हैं।
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