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झुंझुनूं। झुंझुनूं पुलिस ने ढाणी कूचाला तन संजयनगर में हुए एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी, थाना खेतड़ी के हिस्ट्रीशीटर सचिन उर्फ बच्चिया (उम्र 25 साल, निवासी ढाणी ढहरवाला, थाना खेतड़ी) सहित उसके दो साथियों, आकाश कुमार यादव (उम्र 19 साल, निवासी नाथा की नांगल, थाना डाबला, जिला सीकर) और आकाश सिंह निर्वाण (उम्र 20 साल, निवासी टोली की ढाणी तन रामकुमारपुरा, थाना खेतड़ी, झुंझुनूं) को गिरफ्तार कर लिया है।
यह कार्रवाई झुंझुनूं के कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत के निर्देशन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में की गई। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए हिस्ट्रीशीटर सचिन उर्फ बच्चिया के विरुद्ध विभिन्न थानों में पहले से ही गंभीर प्रकृति के 10 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जो उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि को दर्शाते हैं।
घर में घुसकर की थी मारपीट, युवती की हुई मौत:
यह जघन्य घटना 30-31 मई 2025 की आधी रात को हुई थी। संजय नगर निवासी लक्ष्मी देवी ने अस्पताल में पुलिस को दिए बयान में बताया था कि उनके बेटे मोहित सिंह की घर के पास सब्जी की दुकान है। वे परिवार सहित अपने घर में सो रहे थे, तभी रात करीब 12:30 बजे उनके पड़ोसी सचिन उर्फ बच्चिया अपने कुछ साथियों, जिनमें रवि, आकाश, नीरज और दो अन्य शामिल थे, के साथ उनके घर में जबरन घुस गया।
आरोपियों ने आते ही परिवार के सदस्यों के साथ बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी।
लक्ष्मी देवी का पति, लीला सिंह, जो उस समय मकान की छत पर सो रहा था, शोर सुनकर नीचे भागा। उसे आता देख हमलावर मौके से भाग गए। इस मारपीट में लक्ष्मी देवी, उनकी बेटी अंजु कंवर और बेटे मोहित सिंह को गंभीर चोटें आई थीं, जिन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया।
हत्या की धारा जुड़ी, तीन आरोपी गिरफ्तार:
घटना की सूचना मिलते ही खेतड़ी पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) टीम को बुलाकर महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए। इसी बीच, 31 मई 2025 को मारपीट में गंभीर रूप से घायल अंजु कंवर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अंजु कंवर की मौत के बाद, पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (हत्या) भी जोड़ दी, जो पहले भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 के समान थी। मृतका अंजु कंवर का पोस्टमार्टम जयपुर के चौमूं स्थित राजकीय उप जिला अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा करवाया गया।
इस जघन्य वारदात के बाद, झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के लिए थानाधिकारी रणजीत सिंह के नेतृत्व में विशेष टीमें गठित की गईं। जिला स्पेशल टीम और थाना खेतड़ी की टीमों ने मिलकर नामजद आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस ने अपराधियों तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी साक्ष्य का भी सहारा लिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
कठिन और अथक प्रयासों के बाद, पुलिस को बड़ी सफलता मिली। मुख्य आरोपी सचिन उर्फ बच्चिया जाट को जयपुर शहर से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसके दो साथियों, आकाश कुमार यादव और आकाश सिंह निर्वाण को सीकर जिले के नाथा की नांगल से दबोचा गया।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में अन्य फरार साथी आरोपियों और घटना में प्रयुक्त वाहनों के संबंध में गहनता से अनुसंधान जारी है। इस त्वरित और सफल कार्यवाही से झुंझुनूं पुलिस ने यह साफ कर दिया है कि अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा।
इस पूरे ऑपरेशन में थाना खेतड़ी से एसएचओ रणजीत सिंह एवं एजीटीएफ प्रभारी हेड कांस्टेबल शशिकांत व कांस्टेबल राजवीर की विशेष भूमिका रही।
इस पूरे ऑपरेशन में थाना खेतड़ी से थानाधिकारी रणजीत सिंह के अलावा एसआई कैलाश चंद, एएसआई विनोद कुमार, हेड कांस्टेबल राजेश कुमार, बोदुराम, बनवारीलाल, कांस्टेबल ख्यालीराम, रामावतार, सुभाष, महेश और अनिल वहीं, एजीटीएफ टीम झुंझुनूं कैंप चिड़ावा से हैड कांस्टेबल शशीकांत (प्रभारी), कांस्टेबल संदीप, पंकज, हरिश, राजवीर, अमित और सुरेश शामिल थे।
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