आयुर्वेद में आंवले को जो सम्मान हासिल
है वह किसी और दूसरे फल, जडी-बूटी को नहीं मिला। आवंला कुदरत का दिया हुआ
एक ऐसा तोहफा है जिससे हमारे शरीर में पनप रही कई सारी बीमारियों का नाश हो
सकता है। आवंला आपको अच्छी सेहत का मालिक बनता है। आंवला कसैला, मुधर,
शीतल, नित्रेषनाशक होता है। यह अम्लरस के कारण वात को, मधुर व शीतवीर्य के
कारण पित्त को और रूक्ष तथा कषाय होने के कारण कफ को खत्म करता है। इसलिए
यह त्रिदोषनाशक है। इसके नियमित सेवन से आंखों की रोशनी बढती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जंक फूड व चीनी के सेवन से बच्चों में बढ़ रही लीवर की बीमारियां
भारत में हर पांच में से एक व्यक्ति फैटी लिवर से प्रभावित, ये है कारण
Women Fashion: ट्रेंड में चल रहे हैं पटौदी सूट, देखिए नीचे दिए गए कलेक्शंस
Daily Horoscope