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पाली। नोटबंदी से उत्पन्न समस्या के चलते व्यापार संघ के आह्वान पर शुक्रवार से अनिश्चितकाल तक सुमेरपुर स्थित महाराजा उम्मेदसिंह कृषि उपज मण्डी में खरीद-फरोख्त व नीलामी कार्य बंद रहेगा। गुरुवार को मण्डी में आवक कम हुई और व्यापारियों ने नीलामी में भाग लिया लेकिन, किसान अपनी उपज का उचित भाव नहीं मिलने से परेशान नजर आए। संघ अध्यक्ष विनोद मेहता ने बताया कि मण्डी में व्यापारियों को प्रतिदिन खरीद किए गए माल का किसानों को भुगतान करने के लिए औसतन तीन से चार करोड़ रुपए की आवश्यकता रहती है। किसान नकद भुगतान लेना पसंद करते हैं। जबकि बैंकों से एक सप्ताह में एक व्यापारी को 50 हजार रुपए ही दिए जा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में समस्या का समाधान नहीं होने तक व्यापारी के लिए कारोबार करना संभव नहीं है। ऐसे में व्यापार संघ ने मजबूरन शुक्रवार से अनिश्चितकाल के लिए मंडी में कारोबार व नीलामी बंद रखने का निर्णय किया है। उधर, गुरुवार को किसान अपनी उपज बेचने के लिए मण्डी पहुंचे लेकिन, मण्डी में जिन्सों की आवक बहुत कम हुई। किसानों ने माल के सेम्पल निकालकर प्लेटफार्म पर सजा दिए। निर्धारित समय पर नीलामी कार्य प्रारंभ हुआ लेकिन, व्यापारियों ने नोटों की कमी के चलते माल खरीदने में अधिक रुचि नहीं दिखाई। ऐसे में मण्डी में आए कुछ माल की नीलामी हुई और कुछ किसानों ने कम भाव से अपना माल बेचा। व्यापारियों का कहना था कि उनके पास किसानों को भुगतान करने के लिए पैसा नहीं है। किसान चेक से भुगतान लेने को तैयार नहीं हैं। बैंक से नोटों की कमी के चलते पचास हजार रुपया भी पूरा नहीं मिल रहा है। माल का उचित भाव नहीं मिलने से किसानों में मायूसी नजर आई।
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