ग़ाज़ा में अमेरिका और इसराइल समर्थित एक नई सहायता वितरण सुविधा में मदद लेने के लिए पहुँचे लोगों पर गोलीबारी होने की ख़बरे हैं जिसमें अनेक लोग घायल हो गए. यह सहायता योजना, संयुक्त राष्ट्र से अलग संचालित की जा रही है. ग़ाज़ा में निजी रूप से संचालित लेकिन इसराइली सेना द्वारा समर्थित ग़ाज़ा मानवीय सहायता संस्थान (GHF), दक्षिणी इलाक़े रफ़ाह में स्थित है. Tweet URL
वहाँ से प्राप्त एक अपुष्ट वीडियो में अफ़रातफ़री की तस्वीरें नज़र आई हैं, जिनमें लोग इधर-उधर भागते - दौड़ते नज़र आ रहे हैं, और कुछ लोग सहायता सामग्री के डिब्बे उठाकर ले जाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं.संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (OHCHR) को मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को क़रीब 47 लोग सहायता सामग्री हासिल करने की कोशिश करते समय घायल हुए.OHCHR के फ़लस्तीनी अधिकृत क्षेत्र के प्रमुख अजीथ सुंघाय ने बुधवार को जिनीवा में पत्रकारों को बताया कि यह संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि घटना की जानकारी अभी जुटाई जा रही है.ग़ाज़ा में अभूतपूर्व तबाहीOCHA के इसराइल द्वारा काबिज़ फ़लस्तीनी क्षेत्र के प्रमुख जोनाथन व्हिटॉल ने कहा, “ग़ाज़ा अभूतपूर्व तबाही का सामना कर रहा है, जहाँ बड़े पैमाने पर विस्थापन, भुखमरी और विनाश हो रहा है.”उन्होंने कहा कि, “ग़ाज़ा, हर गुज़रते दिन के साथ एक बड़ा अपराध स्थल बनता जा रहा है… कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है. लोगों को भूखा रखा जा रहा है और फिर बेहद अपमानजनक तरीके़ से थोड़ी सी सहायता सामग्री दी जा रही है.”उन्होंने कहा कि ग़ाज़ा में पहुँचने वाली सहायता सामग्री “बिल्कुल भी पर्याप्त नहीं है,” क्योंकि संयुक्त राष्ट्र की टीमों को केवल बेकरी तक आटा पहुँचाने की अनुमति है, सीधे परिवारों तक नहीं.उन्होंने जवाबदेही तय करने और इन अत्याचारों को रोकने के लिए राजनैतिक व आर्थिक दबाव बनाए जाने की मांग की.सहायता पहुँचाने की अपीलजोनाथन व्हिटॉल ने कहा, “अमेरिका-इसराइल की सहायता योजना सोच-समझकर कमी की स्थिति उत्पन्न करने जैसी है, जिसमें ग़ाज़ा के मध्य और दक्षिणी इलाक़ों में चार केन्द्र बनाए गए हैं, जिनकी सुरक्षा, निजी अमेरिकी ठेकेदार कर रहे हैं.”यह व्यवस्था ग़ाज़ा की ज़रूरतों को पूरा नहीं कर सकती.उन्होंने कहा, “एक ऐसी योजना बनाना जो अन्तरराष्ट्रीय क़ानून की न्यूनतम ज़िम्मेदारियों को भी पूरा नहीं करती, अपने आप में अपराध बोध को स्वीकार करने जैसा है.”
© UNFPA/Media Clinic
यूएन सहायता टीमों ने ग़ाज़ा में खाद्य सामग्री, दवाइयाँ और अन्य ज़रूरी सामान पहुँचाने के वास्ते अनुमति दिए जाने के लिए, इसराइल से अपनी अपील दोहराई है.OCHA के प्रवक्ता येन्स लार्के ने कहा, “हमारे पास हर वो चीज़ है जिससे सहायता सामग्री, सुरक्षित रूप से लोगों तक पहुँच सके, हमारी टीम, नैटवर्क और ग़ाज़ा के लोगों का विश्वास.”50 हज़ार बच्चे मारे गए या घायलइस बीच, UNICEF ने बताया कि ग़ाज़ा युद्ध में, 600 दिनों से भी कम समय में, 50 हज़ार से अधिक बच्चे या तो मारे गए हैं या घायल हुए हैं.UNICEF की प्रवक्ता टैस इन्ग्राम ने कहा कि 18 मार्च को युद्धविराम टूटने के बाद से लगभग, एक हज़ार, 300 बच्चों की मौत हुई और 3 हज़ार 700 बच्चे घायल हुए हैं.
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