जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपर्सन डॉ. अर्चना शर्मा के नेतृत्व में शुक्रवार को अवैध बजरी खनन व बजरी की कालाबाजारी रोकने और सस्ती बजरी उपलब्ध करवाने की मांग पर सैकड़ों लोगों ने गुर्जर की थड़ी, गोपालपुरा बाइपास पर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बेरोजगारों के जले पर नमक छिडक़ने वाले बयान कि पकौड़े बेचना भी रोजगार का बड़ा माध्यम है के खिलाफ पकौड़े तलकर बेरोजगारों की व्यथा को उजागर किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस दौरान डॉ. शर्मा ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि गत पांच दिनों से राजधानी की विभिन्न चौखटियों पर श्रमिकों के साथ मिलकर सरकार की खनन माफियाओं को प्रश्रय देने की नीति के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर चौखटी पर श्रमिकों का कहना है कि तीन महिने से बमुश्किल एक या दो दिन रोजगार मिला है और रहने व खाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है। अधिकतर रात को भूखा सोना पड़ता है। लाखों मजदूरों की इस व्यथा को सरकार जान-बूझकर नजरअंदाज कर रही है, जिससे साफ पता चलता है कि भाजपा सरकार श्रमिक विरोधी है। विरोध-प्रदर्शन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं बेरोजगार युवाओं ने मिलकर पकौड़े तले और भाजपा अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री द्वारा बेरोजगारों का उपहास उड़ाए जाने पर अपनी व्यथा व्यक्त की।
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