रात में भूखे ही सो रहे हैं श्रमिक, सरकार कर रही है नजरअंदाज : अर्चना शर्मा

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 09 फ़रवरी 2018, 3:42 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपर्सन डॉ. अर्चना शर्मा के नेतृत्व में शुक्रवार को अवैध बजरी खनन व बजरी की कालाबाजारी रोकने और सस्ती बजरी उपलब्ध करवाने की मांग पर सैकड़ों लोगों ने गुर्जर की थड़ी, गोपालपुरा बाइपास पर सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बेरोजगारों के जले पर नमक छिडक़ने वाले बयान कि पकौड़े बेचना भी रोजगार का बड़ा माध्यम है के खिलाफ पकौड़े तलकर बेरोजगारों की व्यथा को उजागर किया गया।

इस दौरान डॉ. शर्मा ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि गत पांच दिनों से राजधानी की विभिन्न चौखटियों पर श्रमिकों के साथ मिलकर सरकार की खनन माफियाओं को प्रश्रय देने की नीति के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर चौखटी पर श्रमिकों का कहना है कि तीन महिने से बमुश्किल एक या दो दिन रोजगार मिला है और रहने व खाने की कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है। अधिकतर रात को भूखा सोना पड़ता है। लाखों मजदूरों की इस व्यथा को सरकार जान-बूझकर नजरअंदाज कर रही है, जिससे साफ पता चलता है कि भाजपा सरकार श्रमिक विरोधी है। विरोध-प्रदर्शन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं बेरोजगार युवाओं ने मिलकर पकौड़े तले और भाजपा अध्यक्ष एवं प्रधानमंत्री द्वारा बेरोजगारों का उपहास उड़ाए जाने पर अपनी व्यथा व्यक्त की।



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डॉ. शर्मा ने बताया कि 10 फरवरी को सांगानेर पुलिया के नीचे स्थित चौखटी पर सुबह 8:30 बजे विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा और इसी क्रम में 14 फरवरी तक प्रतिदिन विभिन्न स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा।


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15 फरवरी को विधानसभा पर धरना दिया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान राजस्थान विश्वकर्मा मजदूर संघ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी शामिल रहे।


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प्रदर्शन में मालवीय नगर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेश चौहान, सी-स्कीम ब्लॉक अध्यक्ष स्वर्णिम चतुर्वेदी, शिव कुमार शर्मा, लोकेश सैनी, होशियार सिंह चौधरी, वेद प्रकाश, आशीष शर्मा, भगवान सहाय बेनीवाल, राजेन्द्र शर्मा, चिराग मिश्रा, पवन यादव, श्रवण भाटी, महेन्द्र बैरवा, दिनेश गुप्ता, रामावतार अग्रवाल, दीपक गुप्ता हरिराम बैरवा, हीरालाल शास्त्री, मुरारीलाल जांगिड़, विजय कुमावत, योगेश शर्मा, सूरज मीना, मनोज कुमावत सहित सैकड़ों लोग तथा राजस्थान विश्वकर्मा मजदूर संघ के अध्यक्ष रामप्रसाद गुर्जर और महामंत्री प्रभुदयाल बैरवा भी शामिल रहे।


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