|
जयपुर। राजस्थान में 2011 की जनगणना में चिन्हित 44 हजार 672 गांवों में से 43 हजार 199 आबाद राजस्व गांव हैं। सभी आबाद राजस्व गांव 31 अगस्त, 2017 तक विद्युतीकृत कर दिए गए थे।
ऊर्जा राज्य मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रदेश में 1 लाख 14 हजार छोटी-छोटी छितराई हुई ढाणियां हैं, जिनमें से अब तक 95 हजार ढाणियां विद्युतीकृत की जा चुकी हैं और शेष 19 हजार ढाणियों के विद्युतीकरण का कार्य दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत किया जा रहा है। शेष बची ढाणियों के विद्युतीकरण का कार्य सितम्बर, 2018 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। सिंह ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में 93 लाख ग्रामीण घरेलू आवास हैं। इनमें से मार्च, 2018 तक विद्युतीकृत लगभग 83 लाख आवासों में से 77 लाख आवासों को कनेक्शन दिया जा चुका है और 5-6 लाख आवास संयुक्त परिवार में साझेदारी में बिजली का उपभोग कर रहे हैं। शेष 10 लाख ग्रामीण आवासों को सितम्बर, 2018 तक सौभाग्य योजना में बिजली कनेक्शन देना लक्षित है।
उन्होंने बताया कि गत 4 वर्षों में 1 लाख 93 हजार कृषि कनेक्शन जारी किए गए हैं और इस वर्ष में 2 लाख कृषि कनेक्शन दिये जाएंगे। किसानों के लिए वर्ष 2001 से प्रभावी 90 पैसे प्रति यूनिट की दर को नहीं बढ़ाया गया है एवं बढ़ी हुई दरों का सालाना 9 हजार करोड़ रुपए का भार राज्य सरकार अनुदान के रूप में वहन कर रही है, जबकि पूर्ववर्ती सरकार में औसतन 1818 करोड़ रुपए ही अनुदान दिया जा रहा था।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
निष्क्रिय जनधन खातों को बंद करने की रिपोर्ट्स का सरकार ने खंडन किया
महिला सुरक्षा पर पश्चिम बंगाल की सरकार असंवेदनशील : जेपी नड्डा
दिल्ली सरकार के तुगलकी फरमान से मिडिल क्लास बेहाल : आतिशी
Daily Horoscope