मोहाली। ‘‘मुख्यमंत्री
कैप्टन अमरिंदर सिंह के योग्य नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा राज्यभर के
सरकारी स्कूलों में पूर्व-प्राथमिक कक्षाओं की शुरुआत एक बड़ी प्राप्ति
है,जो शैक्षिक ढांचे की इमारत की न सिफऱ् नींव मज़बूत करेगी बल्कि नई
संभावनाएं भी पैदा करेगी।’’ यह खुलासा पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी)
के ऑडिटोरियम में ‘मशाल मार्च’ के समापन समारोह के दौरान बोलते हुये पंजाब
की शिक्षा मंत्री अरूणा चौधरी ने किया।
अपने
अध्यक्षीय भाषण में चौधरी ने बताया कि यह मशाल मार्च 5
फरवरी, 2018 को फतेहगढ़ साहिब से शुरू हुआ था जो कि पूरे राज्य के प्रत्येक
जिले में से होता हुआ आज मोहाली में आकर संपन्न हुआ है। उन्होंने आगे बताया
कि ‘‘पढ़ो पंजाब पढ़ाओ पंजाब’’ स्कीम के अंतर्गत शुरु किये गये इस मार्च
का मुख्य उद्देश्य राज्य के माता-पिताओं को अधिक से अधिक बच्चे, विशेष तौर
पर सीमावर्ती क्षेत्रों की लड़कियों को सरकारी स्कूलों में भेजने के लिए
प्रेरित करना था। शिक्षा को राज्य की ख़ुशहाली का मूल आधार बताते हुए
श्रीमती चौधरी ने कहा कि मशाल मार्च का औपचारिक समापन वास्तव में शिक्षा के
क्षेत्र में नये क्षितिज तय करने के लिए पंजाब के सफऱ का आग़ाज़ भर है।
उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र को और ऊंची बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए नये
प्रयास करने का वादा भी किया और यह आशा भी व्यक्त की कि वह दिन दूर नहीं जब
पंजाब के सरकारी स्कूल देश के सामने एक मिसाल बनकर उभरेंगे।
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