हमीरपुर। हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन ने उनके वर्ग की मांगों को सरकार द्वारा नहीं माने जाने के विरोध में अब फिर से आंदोलन पर उतरने का फैसला किया है। संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों की दो घंटे तक दोपहर को चली बैठक में फैसला लिया गया है कि 18 जनवरी से काले बिल्ले लगाकर हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे।
संगठन की केंद्रीय कार्यकारिणी की दोपहर 12 से 2:00 बजे के दरमियान हुई इस बैठक की अध्यक्षता डॉ राजेश राणा ने की।
उन्होंने बताया कि समस्याओं का निपटारा नहीं होने की वजह से ही अब यह कदम उठाना पड़ रहा है। लंबे समय तक सरकार के रुख का इंतजार किया गया। लेकिन अब संगठन ने एक मुश्त फैसला लिया है कि विरोध पर उतरा जाए।
बैठक में संगठन की सभी जिला शाखों के पदाधिकारी के अलावा राज्य के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी मौजूद रहे। ऑनलाइन हुई इस बैठक में लंबा विचार विमर्श हुआ।
इस समीक्षा बैठक में कई विषयों पर चर्चा हुई। संगठन ने जो चार्ट तैयार किया है, उस पर एक-एक करके भी बात हुई और कहा यही गया कि उनकी तमाम मांगे बेहद जायज हैं।
जिनका निपटारा भी अब जरूरी है। यह भी कहा गया कि समस्याओं को मनवाने के लिए लड़ाई संगठन की गरिमा को बनाए रखने के लिए जरूरी है। यह डॉक्टर के आत्म सम्मान का हिस्सा है। अब उनके पास और कोई चारा भी नहीं बचा है।
बैठक में इस बात का खास उल्लेख हुआ कि उनकी यह लड़ाई 'अभी नहीं तो कभी नहीं' के आधार पर होगी। बैठक में अन्य लोगों के अलावा डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा हमीरपुर जिला अध्यक्ष, डॉक्टर वेंकटेश्वर सिंह राणौत, डॉक्टर पंकज पठानिया और डॉक्टर विकास ठाकुर भी मौजूद रहे।
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