रोहतक । आइसिन
फैक्ट्री के आंदोलनरत मजदूरों पर कल हुए लाठीचार्ज व गिरफ्तारी के विरोध
में आज ट्रेड यूनियनों व जनसंगठनों ने लघु सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन
किया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार व प्रशासन से मांग की कि गिरफतार मजदूरों
को बिना शर्त रिहा किया जाए व नौकरी से निकाले गए तमाम वर्कर्स को काम पर
वापिस लिया जाए।
प्रदर्शन से पूर्व मानसरोवर पार्क में माकपा के
नेता और कार्यकर्ता एकत्रित हुए। उसके बाद लघु सचिवालय पर जोरदार प्रदर्शन
किया। तमाम नेताओ ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह वर्कर्स को न्याय
दिलवाने में विफल रहा है। महीने भर से मजदूरो की कोई बात नहीं सुनी जा रही।
कल जिस प्रकार से शांतिपूर्वक बैठे मजदूरों पर लाठीचार्ज हुआ व जबरन
गिरफतारियां की गई वह लोकतंत्र की हत्या है। कल प्रशासन द्वारा की गई
कार्यवाही घौर निदंनीय है। 425 मजदूर जिनका कोई कसूर नहीं था उन्हें
गिरफतार करके जेल में डाला गया है। 35 महिला मजदूरों को भी नहीं छोड़ा गया।
एक
तरफ सरकार बेटी बचाओ के नारे दे रही है दूसरी और रोजगार के लिए बाहर आ रही
बेटियों को सुरक्षा देने की बजाय जेलो में डाल रही है। जिला पुलिस
अधिक्षक कह रहे हैं कि कानून के दायरे में कार्यवाही कर रहे हैं। क्या वह
इस बात का जवाब देंगे कि कम्पनी प्रबंधन जो एक महीने भर से गैरकानूनी
गेटबंदी किए हुए है व प्रशासन को ठेंगा दिखा रहा है उसके खिलाफ कोई
कार्यवाही करेंगे? उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार के इशारे पर जिला
प्रशासन मजदूर आंदोलन का दमन करने पर उतारू है जिसे स्वीकार नहीं किया
जाएगा।
आज उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया है हमारी मांग की गई
कि आईसन कम्पनी के गिरफ्तार मजदूरों को बिना शर्त तुरंत रिहा किया जाए,
सभी वर्कर्स की काम पर बहाली हो, श्रम कानूनों की उल्लंघना के आरोप में
आईसन प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। प्रदर्शनकारियो ने चेतावनी
दी है कि यदि मांगो का समाधान नहीं होता तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन बड़ा
किया जायगा।
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