नई दिल्ली। उपराज्यपाल के दफ्तर में 13 जून से अनशन कर रहे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की तबीयत बिगड़ने के बाद पांचवें दिन सोमवार को उन्हें यहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं दिल्ली सरकार के साथ असहयोग का आरोप झेल रहे आईएएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से बातचीत की पेशकश की है।
आम आदमी पार्टी (आप) सूत्रों ने कहा कि सिसोदिया के कीटोन स्तर के 7.4 पर पहुंच जाने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें अस्पताल ले जाने का फैसला किया, जिसके बाद उन्हें राजनिवास से लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को तबीयत बिगड़ने के बाद रविवार रात इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 12 जून से अनशन पर हैं। दोनों मंत्रियों के भर्ती होने के बाद अब केजरीवाल और गोपाल राय ही राजनिवास यानी उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय सह आवास पर धरने दे रहे हैं।
ये चारों 11 जून से ही धरना पर हैं। इनमें से दो ने अनशन शुरू कर दिया। इनकी मांग है कि उपराज्यपाल दिल्ली प्रशासन में काम कर रहे आईएएस अधिकारियों को अघोषित हड़ताल खत्म करने का निर्देश दें। इसे अघोषित हड़ताल इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि ये दफ्तर तो जाते हैं, लेकिन सरकार के साथ किसी बैठक में शामिल नहीं होते और कहते हैं, "हम हड़ताल पर नहीं हैं, हम पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। फिर यह भी कहते हैं कि माहौल सुरक्षित नहीं है, इसलिए काम नहीं करेंगे। सुरक्षा की गारंटी चाहिए।"
एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सकों ने सोमवार को कहा कि मंत्री जैन के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। इस बीच मेल-मिलाप का पहला अस्पष्ट संदेश देते हुए आईएएस अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि वे राष्ट्रीय राजधानी की शासन व्यवस्था में सहयोग के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। एक दिन पहले केजरीवाल ने ट्वीट कर उनकी सुरक्षा और बचाव की जिम्मेदारी लेने की बात दोहराते हुए उन्हें आश्वस्त किया था। अरुणाचल, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश की आईएएस एजीएमयूटी संघ ने ट्वीट कर कहा कि अधिकारी अपनी सुरक्षा और गरिमा के लिए वे ठोस हस्तक्षेप की उम्मीद करते हैं।
संघ ने ट्वीट कर कहा, "अधिकारी मुख्यमंत्री की अपील का स्वागत करते हैं। हम दोहराते हैं कि हम पूरी शिद्दत और ताकत के साथ कार्य करना जारी रखेंगे। हम अपनी सुरक्षा और गरिमा के लिए ठोस हस्तक्षेप की उम्मीद करते हैं। हम इस मसले पर मुख्यमंत्री के साथ औपचारिक चर्चा के लिए तैयार हैं।"
सिसोदिया ने जवाब में अस्पताल से ट्वीट कर कहा, "यही कारण था कि हम पिछले कई दिनों से राजनिवास में बैठकर अनुरोध कर रहे थे कि उपराज्यपाल सभी हितधारकों को बुलाकर इस बाधा को खत्म करें।" सिसोदिया ने कहा, "सेवाओं और सुरक्षा दोनों के प्रमुख उपराज्यपाल हैं। इसलिए यह बैठक उनकी मौजूदगी में होनी चाहिए, ताकि इस विषय से संबंधित आश्वासन दिए जा सकें।"
केजरीवाल ने कहा, "मैं उन्हें आश्वस्त कर देना चाहता हूं कि मैं अपने उपलब्ध आदेशों के तहत अपनी सभी शक्तियों और संसाधनों के साथ उनकी सुरक्षा और बचाव सुनिश्चित करूंगा। जो अधिकारी मुझसे निजी तौर पर मिल थे, मैंने पहले भी उन्हें ऐसा आश्वासन दिया था। आज मैं इसे दोहराता हूं।"
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