लखनऊ/रायबरेली। क्षेत्र में जनता के पेट की भूख मिटाने वाले राशन पर भी सरकारी कर्मचारी डाका डालने में नहीं चूके। इस विभाग में आये दिन जनता शिकायत करने के लिए सरकार और जिले के अधिकारियों के द्वार पर आपको नारे लगाते मिल जाएंगे। क्योंकि जनता को सस्ती दरों पर मिलने वाले सरकारी राशन पर अधिकारियों और कर्मचारियों की गंदी निगाहें पड़ गई है।
रायबरेली विभागीय कर्मियों से मिलकर कोटेदारों ने गरीबों के राशन को डकारने के लिए एक अनोखा फार्मूला निकाला है। उक्त फार्मूले से विभाग के उच्चाधिकारी भी अंजान है। डलमऊ तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत थुलरई गांव में संचालित कोटे की दुकान में भी कुछ ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। उक्त दुकानदार ने पूर्ति विभाग कर्मियों की मिलीभगत से विभाग की बेवसाइट पर पात्र ग्रहस्थी योजना के अन्तर्गत कार्ड संख्या 21584021374 में लाभार्थी का नाम भसग पिता का नाम झह व माता का नाम झह दर्ज है। जिसकी यूनिट 5 दर्शाई गयी है। ऐसे ही एक दर्जन से अधिक नाम उक्त सूची में दर्ज कराए गए है। जिनका राशन भी बीते 3 माह से आवंटित हो रहा है। यह राशन किसे दिया जा रहा है, यह किसी को नहीं पता। उक्त कार्डों की फीडिंग भी आचार संहिता के दौरान की गयी थी।
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