रामगोपाल यादव ने अधिवेशन के दौरान जो पहला प्रस्ताव पेश किया वह यह कि यह
अधिवेशन सर्वसम्मति से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाता हैै और उन्हें यह अधिकार देता है कि वह समाजवादी
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को जरूरत के हिसाब से गठित करें। [@ वर्ष 2016: डोनाल्ड ट्रंप ने रचा इतिहास, विवादों के साथ बने US के 45वें राष्ट्रपति ]
रामगोपाल
यादव ने कहा कि दूसरा प्रस्ताव नेताजी मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी
के सर्वोच्च नेता माने जाएंगे। पार्टी उनके मार्गदर्शन में राज्य व देश के
लिए काम करेगी। तीसरा प्रस्ताव यह है कि शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश के
पार्टी अध्यक्ष पद से तत्काल हटाया जाए और अमर सिंह को पार्टी से निकाल
दिया जाए। इन तीनों प्रस्तावों को अधिवेशन में सर्वसम्मति से पास कर दिया
गया।
अधिवेशन में एकत्रित हुए विधायकों और समर्थकों से मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने कहा कि जो प्रस्ताव हुए हैं वह उन लोगों के खिलाफ हैं
जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया है। अगर नेताजी के खिलाफ साजिश हो और
पार्टी के खिलाफ साजिश हो तो बेटा होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि ऐसे
लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो। पार्टी को जहां नुकसान होगा वहां कार्रवाई
करनी पड़ेगी।
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