लिस्बन/मैड्रिड। यूरोप के दो प्रमुख देशों — स्पेन और पुर्तगाल — में शनिवार को अचानक भीषण बिजली संकट छा गया, जिसने लाखों लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, मेट्रो, दुकानें, यहां तक कि ईंधन भरने वाले पेट्रोल पंप भी अंधकार में डूब गए। स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी दी है कि स्थिति सामान्य होने में एक सप्ताह तक का समय लग सकता है।
यात्रा व्यवस्था पर भारी असर
लिस्बन और मैड्रिड जैसे बड़े शहरों के हवाई अड्डों पर अफरातफरी मच गई। पुर्तगाल की राष्ट्रीय एयरलाइन टीएपी एयर ने यात्रियों से अपील की कि वे अगली सूचना तक एयरपोर्ट की ओर न बढ़ें। वहीं, इज़ी जेट समेत कई विमानन कंपनियों ने अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया है।
स्पेन के मैड्रिड में ट्रेनों को बीच रास्ते में ही रोक दिया गया और यात्रियों को पैदल ही निकलने के लिए कहा गया। स्पेन की रेलवे कंपनी 'रेनफे' ने घोषणा की है कि फिलहाल उसकी सभी सेवाएं निलंबित हैं।
सरकारी प्रतिक्रियाएं और जांच
स्पेन की बिजली कंपनी 'रेड इलेक्ट्रिका' ने बताया कि पूरे देश के पावर ग्रिड में वोल्टेज की बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिसके चलते बड़े पैमाने पर ब्लैकआउट हुआ। हालांकि, कुछ इलाकों — खासतौर पर देश के उत्तर, दक्षिण और पश्चिम में — बिजली आंशिक रूप से बहाल की जा चुकी है।
पुर्तगाल की बिजली कंपनी 'आरईएन' ने भी इस संकट की पुष्टि करते हुए कहा कि पूरी तरह बिजली बहाली में एक सप्ताह तक का समय लग सकता है।
दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों — स्पेन के पेड्रो सांचेज़ और पुर्तगाल के लुइस मोंटेनेग्रो — ने साइबर हमले की आशंका को सिरे से खारिज कर दिया है। यूरोपियन काउंसिल ने भी प्रारंभिक जांच में किसी साइबर हमले के संकेत नहीं मिलने की बात कही है।
जनजीवन पर सीधा असर
बिजली कटौती ने आम जनजीवन को ठप कर दिया है। लिस्बन में सैलून में बाल कटवाने आए लोग अधकटे बालों के साथ लौटने को मजबूर हो गए।
शहरों की दुकानों में अंधेरा छा गया है। पेट्रोल पंपों पर गाड़ियों की लंबी कतारें हैं, लेकिन बिना बिजली के फ्यूल डिस्पेंसिंग संभव नहीं है।
इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क भी कई जगहों पर ठप हो गए हैं, जिससे संचार व्यवस्था चरमरा गई है।
सुरक्षा और आपदा प्रबंधन
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ ने इस बिजली संकट को 'राष्ट्रीय सुरक्षा संकट' मानते हुए आपात बैठक बुलाई। मैड्रिड के मेयर ने लोगों से अपील की है कि वे कम से कम यात्रा करें और जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहें।
बिजली की अनुपस्थिति में कुछ इलाकों में पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है, ताकि अंधेरे का लाभ उठाकर कोई आपराधिक गतिविधि न हो।
समस्या की संभावित वजहें
आरईएन ने शुरुआती कारण तापमान में भारी उतार-चढ़ाव को बताया है, जो ट्रांसमिशन नेटवर्क पर भारी दबाव डालता है। हालांकि, विस्तृत तकनीकी जांच जारी है और स्पेन सरकार ने आधिकारिक रिपोर्ट आने तक टिप्पणी से इनकार किया है।
स्थानीय लोग और उनका संघर्ष
बीबीसी हिंदी ने अपने स्थानीय संवाददाता हॉली वैलीस के हवाले से बताया कि लिस्बन में कई लोग बिजली के बिना दिनभर परेशान रहे। कुछ लोग बाल कटवाने के बीच में ही उठकर चले गए। बाजारों में नकदी लेन-देन बढ़ गया है क्योंकि कार्ड मशीनें काम नहीं कर रहीं।
पुर्तगाल और स्पेन में तापमान बढ़ने के कारण एयर कंडीशनिंग पर निर्भरता भी बढ़ी है, और बिजली न होने से लोग हीटवेव के बीच बेहाल हैं।
भविष्य की चुनौतियां
स्पेन और पुर्तगाल को न केवल बिजली बहाल करने की चुनौती का सामना करना है, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अपने पावर ग्रिड को और मजबूत करने की भी जरूरत है।
विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के चलते बिजली नेटवर्क पर तनाव भविष्य में और बढ़ सकता है, और इस क्षेत्र के लिए यह एक बड़ी चेतावनी है।
फिलहाल दोनों देशों की सरकारें हालात पर काबू पाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही बिजली बहाल होगी, ताकि आम लोगों की जिंदगी फिर से पटरी पर लौट सके।
स्रोत : बीबीस हिंदी
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