नई दिल्ली। योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के पहले दिन से ही कामकाज संभाल लिया है। इसी के साथ अपने कड़े तेवर भी दिखाने शुरू कर दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूपी की नई सरकार की प्राथमिकताओं को गिनाया और कहा कि हमारी सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने और सबके विकास के लिए सरकार काम करेगी। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने अपने कैबिनेट सहयोगियों को निर्देश दिया है कि वे 15 दिन के भीतर अपनी आय और चल-अलच संपत्ति का पूरा ब्योरा पार्टी एवं सरकार को अपलब्ध कराएं।
मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कैबिनेट के पहली बैठक की। इसके बाद कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थनाथ सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत की।
उन्होंने बताया कि बैठक में ये पांच बड़े फैले लिए गए-
1. सभी मंत्री 15 दिन के भीतर अपनी संपत्ति का ब्यौरा उपलब्ध कराएं
राज्य के नए मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार के सभी कैबिनेट सहयोगियों को निर्देश दिया है कि वे 15 दिन के भीतर अपनी आय और चल-अचल संपत्ति का पूरा ब्योरा पार्टी एवं सरकार को उपलब्ध कराए। इसी के साथ योगी सरकार ने साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार के मामलों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
2. युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर फोकस
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। बीजेपी के संपल्पपत्र में किए गए वादे पूरे किए जाएंगे।
3. अनाप-शनाप बयान देने से दूर रहें मंत्री
अपने बयानों से अक्सर विवाद में आने वाले योगी आदित्यनाथ ने यूपी का सीएम बनते ही मंत्रियों को अनाप-शनाप बयान से दूर रहने को कहा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों मंत्रियों ने बताया कि नए विधायकों की ट्रेनिंग के लिए कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में एक कमेटी बनेगी, जिसमें कोशिश होगी कि सभी विधायकों की सही तरीके से ट्रेनिंग हो। इस ट्रेनिंग में केंद्र के भी कुछ बड़े नेता कक्षाएं लेने के लिए आ सकते हैं।
4. यूपी सरकार के लिए दो प्रवक्ताओं की नियुक्ति
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने दो मंत्रियों श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थ नाथ सिंह को यूपी सरकार का प्रवक्ता नियुक्त किया है। ये दोनों नेता पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में मीडिया सेल के प्रभारी रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक और कमेटी बनाने का फैसला किया गया है, जो देखेगी कि 325 विधायकों के साथ मंत्रिपरिषद के लोग किस प्रकार संपर्क में रहें और उनके क्षेतर में जाकर किस तरह संपर्क रख सकें। संगठन और सरकार के तालमेल पर भी चर्चा की गई।
5. ग्रामीण इलाकों पर विशेष ध्यान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि खेती को यूपी के विकास का आधार बनाया जाएगा और किसानों की उन्नति सरकार की प्राथमिकता में होगी। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए अलग से योजना बनाकर काम किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चुनावी रैलियों में बीजेपी की सरकार बनने की स्थिति में पहली कैबिनेट बैठक में ही कुछ फैसले करने के उल्लेख पर दोनों मंत्रियों ने स्पष्ट किया कि यह बैठक औपचारिक कैबिनेट बैठक नहीं, बल्कि परिचय बैठक थी, जिसमें कहा गया है, पहली ही कैबिनेट बैठक में फैसला होगा।अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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