बीकानेर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के राष्ट्रीय कृषि शिक्षा प्रत्यायन (मान्यता) बोर्ड ने राजस्थान पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय को अगले पांच वर्ष के लिए अपनी मान्यता (अधिस्वीकरण) प्रदान की है। वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत के नेतृत्व में प्रस्तुत की गई, स्व-अध्ययन रिपोर्ट के बाद आई.सी.ए.आर. की चार सदस्यीय पीयर रिव्यू टीम तथा सेक्टोरल कमेटी की आंकलन रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2016-17 से 2020-21 तक के लिए राजुवास को मान्यता प्रदान की गई है। राजुवास के कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत के अथक प्रयासों और कार्यों की बदौलत प्राप्त अधिस्वीकरण से वेटरनरी विश्वविद्यालय में शैक्षणिक और अनुसंधान कार्यों में ओर तेजी लाई जा सकेगी। मान्यता प्रदान करने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय, मेरठ के कुलपति प्रो. गया प्रसाद के नेतृत्व में पशुचिकित्सा शिक्षा के विद्धानों की चार सदस्यीय पीयर टीम ने 6 से 9 सितम्बर 2016 तक राजुवास के विभिन्न संस्थानों का व्यापक दौरा कर शैक्षिक, अनुसंधान और प्रसार कार्यक्रमों का विस्तृत आंकलन किया और शिक्षकों, छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद किया था।
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