लखनऊ। समाजवादी पार्टी में जारी घमासान के बीच लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय में बुधवार को उस समय गहमागहमी शुरू हो गई, जब मुलायम सिंह और शिवपाल यादव पार्टी दफ्तर पहुंचे। दोनों नेताओं ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह ने कहा, बहुत संघर्ष के बाद समाजवादी पार्टी बनी है। इसका ना तो चुनाव चिह्न बदलेगा, न नाम। हमने पार्टी की एकता के लिए समय दिया। पार्टी की एकता में कोई बाधा ना डाले। [@ Punjab election-कौन करेगा राज, किसके सिर होगा मुख्यमंत्री का ताज...]
मुलायम ने पहले इशारों में और फिर साफ तौर पर नाम लेते हुए पार्टी में विवाद के लिए एक बार फिर रामगोपाल यादव को जिम्मेदार बताया। मुलायम ने कहा कि रामगोपाल अलग पार्टी बनाना चाहते हैं, वह चार बार दूसरी पार्टी के अध्यक्ष से मिल चुके हैं। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए मुलायम से कहा, ‘पार्टी को खड़ा करने के लिए मैंने काफी कुछ सहा है, लाठियां खाई हैं। संघर्ष के बाद समाजवादी पार्टी बनी है। अखिलेश दो ढाई साल के थे, तब मैं जेल गया था। कार्यकर्ताओं ने तकलीफ झेली, हमने भी परेशानी का सामना किया।
हमने पार्टी की एकता के लिए समय दिया। पार्टी की एकता के लिए हमने हर कदम उठाया है। कौन शख्स पार्टी को तोडऩे में लगा है, मैं सब जानता हूं। हम नहीं चाहते कि पार्टी टूटे।’ अपने संबोधन में मुलायम ने रामगोपाल पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘रामगोपाल अपने लडक़े-बहू के कहने पर पार्टी तोड़ रहे हैं। वह अखिल भारतीय समाजवादी पार्टी बना रहे हैं जिसके लिए उन्होंने मोटरसाइकल चुनाव चिह्न मांगा है। रामगोपाल 4 बार बीजेपी अध्यक्ष से मिले हैं।’
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