जयपुर। आगामी 30 व 31 जनवरी को खादी के वैश्वीकरण पर जयपुर के ओटीएस सभागार में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। गांधीजी के शहीद दिवस 30 जनवरी को ओ.टी.एस. सभागार में होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करेंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आयोजन समिति के संयोजक गिरधारी सिंह बाफना ने मंगलवार को बताया कि सम्मेलन में इंलैण्ड, यूगाण्डा, आस्टे्रलिया, जापान और फ्रान्स सहित अन्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ ही राजस्थान सहित देश के कोने-कोने से 16 प्रदेशों से लगभग 250 से 300 खादी विशेषज्ञ हिस्सा लेने आ रहे हैं। खादी को व्यापक रूप से समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने, विशेष रूप से युवा वर्ग को आकर्षित करने के लिये खादी को नए अन्दाज में प्रस्तुत करने, अधिकाधिक लोगों को रोजगार प्रदान करने तथा विदेशों में जैविक (ऑर्गेनिक) खादी की मांग के अनुरूप खादी उत्पादन, खादी और पर्यावरण, कामगारों को पर्याप्त पारिश्रमिक जैसे सवालों पर दो दिवसीय सम्मेलन में व्यापक चर्चा की जायेगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कार्यक्रम की रुपरेखा बताते हुए बताया कि दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उद्घाटन सत्र के अतिरिक्त छह सत्रों में खादी के विभिन्न आयामों सहित बदलते सिनेरियों में खादी की विश्वव्यापी मांग व पहचान बनाने पर चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि पहले सत्र की शुरुआत इण्डियन खादी स्टोरी से होगी जिसमें प्रतिभागियों द्वारा खादी और सर्वोदय आंदोलन मिसिंग लिंक, स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान खादी और आज का संदर्भ व बदलते फैशन में खादी आदि पर मंथन होगा। उन्होंने बताया कि दूसरे सत्र की थीम ग्लोबल, एथिकल एण्ड सस्टेनेबल फैशनः कन्सेप्ट व डिजाइन में फैशन क्रांति के विभिन्न संदर्भों पर चर्चा होगी। पहले दिन के तीसरे और अंतिम सत्र में नेचुरल ऑरगनिक फाइबर केंद्रित होगा और इसमें अन्य बिन्दुओं के साथ ही देश की पंरपरागत रंगाई कला के पुनरुद्र्धार पर चिंतन होगा।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन भी तीन सत्र रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि दूसरे दिन के पहले सत्र में खादी को देश विदेश में बाजार उपलब्ध कराने के बिन्दुओं पर गहन मंथन होगा। इस सत्र का आधार बिन्दु मार्केटिंग, एक्सपोर्ट पोटेंशियल, लो कोस्ट प्रोडक्शन केपेसिटी रखा गया है। इसमें खादी स्टार्ट अप, महिला समूहों और निर्यात संभावनाओं पर विशेषज्ञों द्वारा मंथन किया जाएगा। छठे सत्र का विषय डायलॉग्स ऑन खादीःफ्यूचर ऑफ इको फै्रण्डली खादी, फैशन, न्यू टेक्नोलॉजी और इनोवेशन इन खादी पर मंथन होगा। दो दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र में क्रिएटिंग ए कंटेम्पररी खादी स्टोरी रखा गया है।
एसीएस उद्योग डॉ. अग्रवाल ने बताया कि सम्मेलन की खास बात यह है कि जहां महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती वर्ष पर यह कार्यक्रम गांधीजी को समर्पित है वहीं खादी को देश दुनिया में नया स्थान दिलाना है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने खादी वस्त्रों पर 50 प्रतिशत छूट देकर खादी के प्रति प्रतिवद्धता सिद्ध की है वहीं इसका परिणाम यह रहा है कि प्रदेश के इतिहास में खादी वस्त्रों की बिक्री में प्रदेश में नया इतिहास रचा गया है।
सीआईआई राजस्थान के चेयरमेन आनंद मिश्रा ने बताया कि दो दिवसीय सम्मेलन को बहुआयामी और खादी को नई दिशा देने वाला बनाया गया है। उन्होंने बताया किविदेशों में खादी पर काम करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधि, भारत में खादी आयोग के अध्यक्ष, खादी संस्थाओं के कार्यकर्ता, फैशन डिजाइनरों आदि के इस सम्मेलन में हिस्सा लेने से यह सम्मेलन विशेष रूप से उपादेय सिद्ध होगा।
लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण - त्रिपुरा, सिक्किम में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान, बिहार में 50 फीसदी से कम मतदान
राहुल की कप्तानी पारी, लखनऊ ने सीएसके को आठ विकेट से हराया
केन्या में भारी बारिश से 32 लोगों की मौत
Daily Horoscope