जयपुर। सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना की उपस्थिति में मंगलवार को यहां शासन सचिवालय में राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नन्द लाल वैष्णव ने व्यवस्थापकों के आन्दोलन को खत्म करने की घोषणा की। इस अवसर पर रजिस्ट्रार सहकारिता डॉ. नीरज के. पवन भी उपस्थित थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आंजना ने बताया कि सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों की जायज पांच मांगों के संबंध में उचित निर्णय लिया गया है तथा शीघ्र ही इनके आदेश जारी किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि सहायक व्यवस्थापक से व्यवस्थापक के लिये स्कि्रनिंग करने, व्यवस्थापकों के कैडर संबंधी बिजनेस करस्पोंडेंट नहीं बनाने, ऋण पर्यवेक्षक के पद पर पदोन्नति एवं वेतन समझौते की मांगों के संबंध में व्यवस्थापक संघ के पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श कर सहमति बन गई है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि व्यवस्थापकों के लोन सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति का विस्तृत आंकलन कर शीघ्र ही आदेश जारी किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि व्यवस्थापक 3 जून से विभिन्न मांगों को लेकर आन्दोलनरत थे। आन्दोलन समाप्ति की घोषणा से किसानों को फसली ऋण वितरण में तेजी आयेगी। इस मौके पर व्यवस्थापक संघ के अध्यक्ष वैष्णव ने सहकारिता मंत्री को आश्वस्त किया कि प्रदेश में आयोजित होने वाले सहकारी फसली ऋण ऑनलाइन पंजीयन एवं वितरण योजना के सफल क्रियान्वयन के लिये आज से ही सभी व्यवस्थापक एकजुट होकर कार्य करेंगे।
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