चंडीगढ़ । लुधियाना (पश्चिम) विधानसभा सीट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना जारी है। इस सीट पर 19 जून को मतदान हुआ था, जिसमें 1.74 लाख मतदाताओं में से 51.33 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जनवरी में आम आदमी पार्टी विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के बाद ये सीट खाली हो गई थी।
राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी इस सीट को बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इस सीट को फिर से जीतने की कोशिश कर रही है, जिस पर वो छह बार से काबिज रही। राज्य के हिंदू बहुल शहरी निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी पैठ बढ़ा रही बीजेपी जमीनी स्तर पर जुड़े एक मजबूत और विश्वसनीय स्थानीय चेहरे को मैदान में उतारकर राज्य की सत्ताधारी आप और कांग्रेस दोनों को कड़ी टक्कर देने की कोशिश कर रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने लुधियाना (पश्चिम) क्षेत्र से सबसे ज्यादा वोट हासिल किए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शहरी सीट के लिए कुल 14 उम्मीदवार मैदान में खड़े हुए। मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु के बीच है। भारत भूषण आशु 2012 से दो बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में आशु को उनके दोस्त से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बने 58 वर्षीय गोगी ने 7512 वोटों के अंतर से हराया था।
उपचुनाव में बीजेपी ने पार्टी की राज्य इकाई की कोर कमेटी के सदस्य जीवन गुप्ता को मैदान में उतारा, जबकि उसके पूर्व सहयोगी अकाली दल ने लुधियाना बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष परुपकर सिंह घुमन पर भरोसा जताया है।
लुधियाना (पश्चिम) विधानसभा सीट पर उपचुनाव में संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारकर राजनीतिक गलियारों में कयास लगाए जा रहे हैं कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल राज्यसभा में उनकी जगह ले सकते हैं।
मौजूदा वक्त में संजीव अरोड़ा राज्यसभा सांसद हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी चुनाव हार गई थी और केजरीवाल को भी अपनी सीट पर शिकस्त मिली थी। इस हार के बाद अरविंद केजरीवाल लगातार पंजाब में सक्रिय हैं। हालांकि पार्टी इस बात से इनकार करती है कि केजरीवाल राज्यसभा जा रहे हैं।
--आईएएनएस
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