पंचकुला। एंटी करप्शन ब्यूरो (ए.सी.बी.) की करनाल टीम ने 4 फरवरी 2025 को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, करनाल के निरीक्षक राजीव कुमार को 10,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
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शिकायतकर्ता विकास शर्मा, जो गांव खराजपुर, जिला करनाल के निवासी हैं, ने ए.सी.बी. करनाल को अपनी शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी रजनी और भाई विक्रम कुमार के नाम राशन डिपो हैं। यह डिपो राजीव कुमार, निरीक्षक और अमन कुमार, ए.एफ.एस.ओ., खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, खण्ड कुंजपुरा के अधीन हैं। शिकायतकर्ता के अनुसार, खाद्य विभाग ने उसके राशन डिपो पर खराब गेहूं भेजा था, जिसके बारे में उसने विभाग के अधिकारियों से शिकायत की थी।
शिकायत के बाद, 28 जनवरी 2025 को राजीव कुमार और अमन कुमार ने उसकी डिपो की जांच की। इसके बाद, 31 जनवरी 2025 को अमन कुमार ने शिकायतकर्ता को कॉल किया और कहा कि वह उसके डिपो पर भेजे गए खराब गेहूं का समाधान कर देगा। इसके बाद राजीव कुमार ने विकास शर्मा से 10,000 रुपये रिश्वत की मांग की। इस रकम में से विकास शर्मा ने पहले 5,000 रुपये ए.टी.एम. से निकालकर दिए, लेकिन राजीव कुमार ने फिर 5,000 रुपये और 12 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से अतिरिक्त 6,850 रुपये की मांग की।
आखिरकार, ए.सी.बी. ने शिकायतकर्ता के द्वारा दी गई रिश्वत की राशि 10,000 रुपये लेते हुए निरीक्षक राजीव कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, करनाल में अभियोग दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई पूरी पारदर्शिता के साथ गवाहों के समक्ष की गई। उल्लेखनीय है कि आरोपी राजीव कुमार को 8 जनवरी 2025 को हाल ही में तैनात किया गया था। ए.सी.बी. की करनाल टीम ने इससे पहले 2 जनवरी 2025 को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अन्य अधिकारियों – राजेंद्र सिंह, सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी, नीरज वधवा, खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक, और सेवानिवृत्त सेवादार रामचंद्र को भी रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
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