कैथल।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रमुख संतों से बैठक करके उन्हें
स्वच्छता को अपने प्रवचनों में शामिल करने की अपील की है। संत समाज में इस
अपील को सहर्ष स्वीकार किया है। सरकार द्वारा गांव के साथ-साथ वार्ड अनुसार
भी पुरस्कार योजना शुरू की गई है। स्वच्छ वार्ड को विकास हेतू विशेष
ग्रांट दिए जाने का प्रावधान किया गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यह अभिव्यक्ति हरियाणा
राज्य स्वच्छ भारत मिशन की गवर्निंग बॉडी के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुभाष
चंद्र ने स्थानीय लघु सचिवालय स्थित कांफ्रैंस हॉल में उपायुक्त संजय जून
तथा अतिरिक्त उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह के साथ प्रैस प्रतिनिधियों से
बातचीत करते हुए व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यदि स्वच्छता के प्रति लोग
जागरूक होंगे तो देश व प्रदेश की स्वच्छता की खोई हुई गरिमा हम पुन:
प्राप्त कर सकेंगे। यह मिशन सरकारी न होकर बल्कि सामाजिक मिशन है। जिला की
धार्मिक, राजनैतिक, शैक्षणिक व अन्य संस्थाओं को स्वच्छता के इस कार्य में
आगे आना होगा। उन्होंने व्यापारी वर्ग का विशेषकर आह्वान करते हुए कहा कि
सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों को
स्वच्छ पीने का पानी तथा शौचालयों की सुविधा उपलब्ध करवा दें तो शहरी
क्षेत्र भी जल्द ही खुले में शौच मुक्त हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि
समाज की बेहतरी के लिए मीडिया की हमेशा अहम भूमिका रही है। समाज का
महत्वपूर्ण अंग बनकर मीडिया सकारात्मक सोच के साथ कार्य कर रहा है। मीडिया
को ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना होगा, ताकि
खुले में शौचमुक्त भारत का सपना साकार हो सके।
उन्होंने कहा कि
शहरी क्षेत्र को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए वार्ड अनुसार टीमें गठित
की गई हैं। उन्होंने महिलाओं हेतू अलग शौचालयों के प्रबंध की बात कही। जिला
प्रशासन द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत रूचि लेकर किए गए कार्य से
परिवर्तन हो रहा है तथा लोगों की सोच में बदलाव आ रहा है।
उपायुक्त
संजय जून ने कहा कि जिला प्रशासन का विभिन्न संस्थाओं को स्वच्छ भारत मिशन
के साथ जोडऩे के निरंतर प्रयास जारी हैं। जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न
संस्थाओं व संगठनों से विचार-विमर्श किया जा रहा है, ताकि यह संगठन
सार्वजनिक शौचालयों में साफ-सफाई की निगरानी रखते हुए शौचालयों को चालू रखा
जा सके। इन शौचालयों की मुरम्मत का कार्य जिला प्रशासन द्वारा करवाया
जाएगा। अतिरिक्त उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि स्वच्छता के प्रति
लोगों के व्यवहार में परिवर्तन हुआ है। खुले में शौचमुक्त केवल स्वच्छता
मिशन का एक अंग मात्र है। कैथल शहर में 16 सार्वजनिक शौचालय हैं। कलायत
में 25 तथा पूंडरी में 13 सार्वजनिक शौचालय चालू हैं। महिलाओं और पुरूषों
के लिए अलग-अलग शौचालयों का निर्माण किया गया है।
उन्होंने खानपुर ग्राम
पंचायत के सराहनीय प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि गांव में निर्माण
कार्य में लगे मजदूरों के खुले में शौच करने का संज्ञान लेते हुए सरपंच
द्वारा ठेकेदार को मजदूरों हेतु शौचालयों के निर्माण करने की बात कही गई।
शौचालयों के निर्माण न करने की स्थिति में ग्राम पंचायत द्वारा ठेकेदार पर
जुर्माना लगाने की बात रखी गई, जिस पर ठेकेदार द्वारा मजदूरों के लिए
शौचालयों का निर्माण करवाया गया।
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