नई दिल्ली। असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में ट्विटर ने बुधवार को कहा कि कंपनी प्लेटफॉर्म में हेरफेर करने के प्रयास को रोकने और सेवा को सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण उत्पाद, नीति और प्रवर्तन अपडेट लागू कर रही है। इसके अलावा स्थानीय, सांस्कृतिक और भाषा विशेषज्ञता वाली एक वैश्विक क्रॉस-फंक्शनल टीम चुनाव की इंटेग्रिटी बरकरार रखने का काम करेगी। ट्विटर ने कहा कि वह व्यापक और प्रवर्तन तंत्र के माध्यम से निषिद्ध राजनीतिक विज्ञापन को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है।
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कंपनी ने एक बयान में कहा, "इनमें संदर्भित उम्मीदवारों, पार्टियों और चुनाव संबंधी अन्य सामग्री के विज्ञापनों को पहचानना और अवरुद्ध करना शामिल है।"
ट्विटर ने कहा कि यह सिंथेटिक और हेरफेर किए गए मीडिया को लेबल करेगा और लोगों को अतिरिक्त संदर्भ देने के लिए लिए ट्विटर मोमेंट से लिंक करेगा, 'ताकि वे उस सामग्री पर अधिक सूचित निर्णय ले ले सकें, जिसे वे संलग्न करना चाहते हैं।'
जब लोग एक सिंथेटिक और हेरफेर किए गए मीडिया लेबल के साथ ट्वीट को फिर से रीट्वीट करने का प्रयास करेंगे, तो उन्हें विश्वसनीय जानकारी की ओर इशारा करते हुए एक संकेत दिखाई देगा।
कंपनी ने घोषणा कर कहा, "इन ट्वीट्स को ट्विटर द्वारा एल्गोरिथम की सिफारिश नहीं की जाएगी, जो आगे भ्रामक जानकारी की दृश्यता को कम करता है।"
ट्विटर मतदान के दिनों और चुनाव परिणामों के दिन के लिए विधानसभा चुनावों के लिए समर्पित एक ईवेंट पेज भी लॉन्च करेगा।
पृष्ठ में मतदान और चुनाव परिणामों के दिनों की नवीनतम जानकारी प्रदान करने के लिए विश्वसनीय खातों से ट्वीट्स की एक टाइमलाइन शामिल होगी।
कंपनी ने कहा, "हम लोगों को यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठा रहे हैं कि उनके लिए क्या रुझान है और इसमें एक प्रतिनिधि ट्वीट, ट्विटर मोमेंट या शीर्ष रुझानों का वर्णन शामिल होगा।"
--आईएएनएस
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