[@ जेल से निकलते ही पूर्व मंत्रीजी को टिकट, पढ़िये हंडिया विधानसभा की दिलचस्प कहानी]
पिछले डेढ दशकों से राजनीति के तमाम दांवपेंच देख रहे रमेश अब हार जीत को भूल चुके हैं।
शायद यही वजह है कि उन्होने जनता को न्याय दिलाने और क्षेत्र का विकास करने के लिये जिन्दगी भर चुनाव लड़ते रहने की ठानी है।
हेमंत की भाभी सीता सोरेन भाजपा में शामिल, सुबह JMM पार्टी के सभी पदों से दिया था इस्तीफा
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