सुलतानपुर। यूपी के सुल्तानपुर में एक युवक की डेड बाडी 3 महीने के बाद जब
गांव पहुंची तो घर में कोहराम मच गया। दरअस्ल मामला ये है कि युवक सऊदी अरब
में काम करता था और वहां संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई थी। घर
वालों ने पिछले ढाई महीनों से बाडी मंगवाने के लिए लखनऊ और दिल्ली के
चक्कर लगा डाले थे लेकिन अंत में एक सोशल वर्कर की मेहनत रंग लाई और बाडी
घर आ सकी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आगे पढ़े क्या है पूरा मामला
मामला अखंडनगर थाना क्षेत्र के महमदपुर गांव का है। यहां के निवासी
रघुनन्दन का बड़ा बेटा सुरेन्द्र रोजी राटी की तलाश में 3 साल पहले सऊदी
अरब गया था। वह दम्माम शहर के मुतलक बिन नासिर के यहां खाना पकाने का काम
करता था। करीब 2 साल वहां रहकर वह जुलाई 2016 में छुट्टी पर घर वापस लौटा
था। करीब 4 महीने की छुट्टी के बाद सुरेंद्र नवम्बर 2016 को दम्माम लौट
गया।
आकाशीय बिजली गिरने से हुई सुरेंद्र की मौत
हाल में बीते 31 मार्च को सुरेंद्र की पत्नी के पास एक फोन आया जिस पर
सुरेन्द्र की मौत की खबर दी गई। मौत की खबर सुनकर घर में कोहराम मच गया। घर
वालों ने फोन पर सुरेंद्र के मालिक से बात करने की तमाम कोशिशें की लेकिन
बात नहीं बनी। काफी जद्दोजहद के बाद जब सुरेन्द्र के कफील से बात हुई तो
उसने बताया कि सुरेंद्र दम्माम के एक गांव में था और उसके ऊपर आकाशीय बिजली
गिर जाने से उसकी मौत हो गई।
सोशल वर्कर की मदद से आई बाडी
परेशान घर वाले इस ख़बर के मिलने के बाद से बाडी को जल्द से जल्द मंगाने के
लिये जुट गए। लेकिन कहीं से कोई जुगत हाथ नही लग पा रही थी। तभी क्षेत्र
के सोशल वर्कर अब्दुल हक़ से घर वालों की मुलाकात हुई। अब्दुल हक़ ने
उन्हें मदद का भरोसा दिलाया। फिर उन्होंने एम्बेसी से लिंक लगाकर दौड़ भाग
करते हुए बाडी मंगवा लिया।
Politics At Peak : अमेठी में कांग्रेस नेता सुबह भाजपा में गए, शाम को घर वापसी
वोटिंग ऑफर : अंगुली पर लगी नीली स्याही दिखाकर दो दिन 50 प्रतिशत तक की छूट ले सकेंगे मतदाता
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope